15 नवंबर 2000 स्थानीयता का आधार :विधायक सरयू राय
जहां झारखंड में स्थानीयता भाषा और नियोजन को लेकर राजनीतिक गर्म है ,वही झारखंड के चाणक्य कहे जाने वाले विधायक सरयू राय द्वारा 15 नवंबर 2000 कट अपडेट को स्थानीयता का उचित आधार बताया l ऐसा कह कर लोगों के बीच एक उचित सुझाव और समुचित विकास का प्रयास किया। कई सामाजिक संगठन एवं राजनीतिक दल झारखंड में 15 नवंबर 2000 से निवास करने वाले सभी लोगों की भावनाओं की कद्र करते हुए चाहे वह किसी भी जाति धर्म या प्रांत का निवासी हो उनकी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, माननीय विधायक सरयू राय द्वारा यह बयान दिया गया है जो झारखंड के विकास और विधि व्यवस्था और लोगों के बीच भाईचारा के साथ रहने का संकेत हैl एकता विकास मंच एवं भोजपुरिया बेयार द्वारा 15 नवंबर कट अपडेट से स्थानीयता नीति बनाने के लिए इसके लिए सड़क से सदन तक आंदोलन किया जा रहा है। वही एकता विकास मंच द्वारा इसके लिए पीआईएल भी किया गया है। माननीय सरयू राय के इस बयान को लेकर एकता विकास मंच एवं भोजपुरिया समाज के द्वारा उनके आवास पर मिलकर गुलदस्ता भेंट किया गया। झारखंड का जन्म हुआ 15 नवंबर 2000 को जो झारखंड में रह गए वे सभी झारखंडी हैं। न्याय संगत तिथि यही है। न्यायालय भी इसे ही उचित ठहरायेगा। बाकी सभी तर्क न्यायालय में नहीं ठहरेंगे , खारिज हो जायेंगे। जो न्याय संगत सुझाव है। भोजपुरिया बेयार और एकता विकास मंच इसका स्वागत करता है। दोनों संगठनों के सदस्य विधायक आवास पर माननीय विधायक से मिले और उन्हें पुष्पगुच्छ इस विचार और सुझाव के लिए देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर रमेश कुमार, यमुना तिवारी व्यथित ,ए के मिश्रा, कन्हैया दुबे, सुरेन्द्र सिंह, मुन्ना खान, टी एन मिश्रा, मुन्ना प्रसाद चंद्रवंशी ,कृष्णा साव, बसंत प्रसाद आदि उपस्थिति उल्लेखनीय रही।