घाटशिला वन क्षेत्र में गुरुवार सुबह बाघ की आहट से दहशत की स्थिति है. यहां बाघ ने एक बैल का शिकार किया है. बैल मालिक ने इसकी पुष्टि की. माकुली जंगल के पास झरना हैं, जहां आज बाघ के पैरों के निशान भी वन विभाग और ग्रामीणों ने देखे. इससे बाघ के माकुली जंगल के आस पास होने की बात साफ हो गयी. सूचना मिलने के बाद घाटशिला के रेंजर विमद कुमार पूरी टीम के साथ माकुली जंगल पहुंचे और बाघ के पदचिन्ह को देखा और मापी कर पुष्टि की. रेंजर ने कहा कि एक किसान का बैल भी गायब था. उसके शिकार होने की आशंका भी है. माकुली में बाघ के होने के बात सामने आने से पर वन विभाग ने ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया है. ग्रामीणों को जंगल नहीं जाने की सलाह दी गयी है. जहां बैल का शिकार हुआ वह घना जंगल है. शुक्रवार को वन विभाग की टीम जंगल के अंदर सुरक्षा व्यवस्था के साथ घुसेगी.
सीमा पर 16 नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे, पर कैद नहीं हुआ बाघ
सीमा पर 16 नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे वन विभाग ने लगाये हैं. पर बाघ अब तक कैमरे में कैद नहीं हुआ है, पर लगातार पद चिन्ह मिल रहे हैं. इससे साफ है बाघ माकुली जंगल में शरणागत हैं. डीएफओ सबा आलम अंसारी के नेतृत्व में तीन टीम घाटशिला रेंज के आसपास वन क्षेत्र में बाघ की तलाश में जुटी हुई है. गुरुवार को वन विभाग को जानकारी मिली कि बाघ माकुली जंगल में है. एक बैल का भी शिकार करने की संभावना है जतायी गयी. शुक्रवार को वन विभाग की टीम माकुली जंगल में शिकार किए गये मवेशी की खोज करेगी. बासाडेरा में पंजे कि निशान मिलने के तीन दिन बाद आज माकुली जंगल में बाघ के पदचिन्ह मिलने से लोग भयभीत हो गये.