लातेहार. झारखंड बने 20 साल से अधिक वक्त गुजर गये. आज भी सिस्टम खाट पर ही है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा, क्योंकि आम लोगों को उनकी बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही है. भले ही सरकार के दावे बड़े-बड़े हैं. अब उन दावों की दास्तां बयां करती तस्वीर लातेहार से सामने आयी है. यहां सड़क के अभाव में गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंच सकती थी. इसलिए परिजन महिला को चारपाई पर लिटाकर अस्पताल ले जा रहे थे. इस दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी.
परिजनों ने आरोप लगाया कि शांति कुज्जुर को चारपाई पर अस्पताल ले जाने के लिए विवश होना पड़ा, क्योंकि महुआटांड प्रखंड के बसेरिया गांव में सड़क की खराब स्थिति के कारण एंबुलेंस नहीं आ पा रही थी. पूर्व पंचायत समिति सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने दावा किया कि क्षेत्र में एक उचित सड़क की ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन ने दशकों तक कोई ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि यदि मुख्य सड़क से जुड़ने वाली कोई उचित संपर्क सड़क होती तो शायद वह अब जीवित होतीं.