नई दिल्ली. महाकुम्भ 2025 के दौरान भारतीय रेलवे ने प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों पर तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की हैं. इन सुविधाओं में 24×7 ऑब्जर्वेशन रूमों की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सके. पिछले महाकुम्भ के दौरान 1 लाख श्रद्धालुओं को प्राथमिक चिकित्सा सहायता दी गई थी. इस बार रेलवे बड़ी संख्या में यात्रियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा देने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
रेल मंत्रालय के अनुसार महाकुम्भ के दौरान यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी जंक्शन एवं प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं. इन रूम्स में हमेशा डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे. यहां सभी आवश्यक चिकित्सा उपकरण मौजूद होंगे, जिससे यात्रियों को त्वरित उपचार प्रदान किया जा सके.
ऑब्जर्वेशन रूम और अन्य चिकित्सा केंद्रों में हृदय संबंधित समस्याओं की त्वरित पहचान के लिए ईसीजी मशीन, दिल के रुकने पर उसे सामान्य करने के लिए डिफ़िब्रिलेटर, ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए ऑक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर, रक्त शर्करा की माप करने के लिए ग्लूकोमीटर आदि चिकित्सा उपकरण उपलब्ध होंगे.
प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी सहित प्रमुख स्टेशनों पर स्थापित ऑब्जर्वेशन रूम्स आवश्यकतानुसार स्टाफ की तैनाती की गई है. इनमें स्टॉफ नर्स 15, फार्मासिस्ट 12, हॉस्पिटल अटेंडेंट (एचए): 12 और हाउस कीपिंग असिस्टेंट (एचकेए) 15 हैं. इन कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित करने के लिए यह व्यवस्था की गई है ताकि सभी शिफ्ट्स में चिकित्सा सेवाएं सुचारु रूप से चलती रहें. प्रत्येक शिफ्ट का समय 8 घंटे होगा.
महाकुम्भ के दौरान रेलवे स्टेशनों पर 24×7 चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध रहेंगी. जब भी किसी यात्री को चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होगी, तुरंत उन्हें प्राथमिक उपचार प्रदान किया जाएगा. इसके साथ ही रेलवे अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों से समन्वय बनाए रखेगा ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी मरीज को तुरंत रेफर किया जा सके.
मंत्रालय का कहना है कि भारतीय रेलवे का उद्देश्य महाकुम्भ 2025 के आयोजन को सुरक्षित, स्वस्थ और यादगार बनाना है. रेलवे द्वारा की गई स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं से श्रद्धालुओं को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी, जिससे उनकी यात्रा सुरक्षित और आरामदायक रहेगी. रेलवे प्रशासन ने सभी पहलुओं पर ध्यान दिया है और यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक व्यवस्था की है.