Saraikela. पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सह यशपुर पंचायत की मुखिया पार्वती सरदार के पति सह सोनू सरदार की बीते शुक्रवार की देर रात अज्ञात अपराधियों ने बडडीह गांव में ही गोली मारकर हत्या कर दी थी. सरायकेला-खरसावां पुलिस ने मंगलवार को गम्हरिया के चर्चित सोनू सरदार हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पांचों अपराधियों की सोनू सरदार से निजी खुन्नस थी. मालूम हो कि सोनू सरदार गम्हरिया प्रखंड के यशपुर पंचायत की मुखिया पार्वती सरदार के पति थे. मंगलवार को एसपी मुकेश कुमार लुनायत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी.
इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधियों में अनिल सरदार, विश्वजीत नायक, आशीष गोराई, आनंद दास और सूरज मार्डी शामिल हैं. एसपी मुकेश कुमार लुनायत ने बताया कि मामले का मास्टरमाइंड बीरबल सरदार है, जो फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है. उसी ने सोनू सरदार के हत्या की साजिश रची थी. उन्होंने बताया कि इस मामले में बीरबल सरदार के साथ एक और अपराधी फरार है दोनों की गिरफ्तारी के बाद ही पता चल सकेगा कि सोनू की हत्या क्यों की गयी थी. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला अवैध कारोबार से जुड़ा है जिसका सोनू सरदार विरोध कर रहे थे.
ये हथियार और सामान बरामद
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 7.65 एमएम का लोडेड पिस्तौल, 7.65 एमएम की चार जिंदा गोली, पिस्तौल का खाली मैगजीन, घटना में प्रयुक्त लोडेड देशी कट्टा, एक देसी कट्टा का जिंदा गोली, घटना में प्रयुक्त तीन मोटरसाइकिल बरामद किए हैं. उन्होंने बताया कि कांड के उद्वेदन को लेकर एसडीपीओ समीर सवैया के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था.
यह है मामला
सोनू सरदार बीते शुक्रवार को गंजिया गये थे. रात 11 बजे कार से घर लौटते समय घर से कुछ दूरी पर सुनसान जगह पर पहले से घात लगाये अपराधियों ने गोली मार दी थी. अपराधियों द्वारा उसके सिर व शरीर पर गोली मारी गयी थी. रात एक बजे तक जब स्व सरदार घर नहीं पहुंचे, तो उनकी पत्नी मुखिया पार्वती सरदार ने गंजिया में उनके साथियों को फोन किया. इस दौरान पता चला कि वह रात 11 बजे ही वहां से निकले हैं. समारोह स्थल से महज एक किमी की दूरी पर घर होने के बावजूद तीन घंटा में भी घर नहीं पहुंचने पर खोजबीन शुरू की गयी, तो स्कूल के पास ही कार के अंदर लहूलुहान अवस्था में मृत पाये गये. घटना के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री सह पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा स्व सरदार के घर पहुंचे थे. घटना से आक्रोशित लोगों ने आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग प्रशासन से की थी.