Jamshedpur. परसुडीह ग्वाला बस्ती निवासी सूरज प्रमाणिक की हत्या के मामले में जमशेदपुर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया. इस हात्याकांड में अब तक तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल, तीन जिंदा गोली, स्कूटी और दो मोबाइल जब्त किये गये हैं. शुक्रवार को एसएसपी किशोर कौशल ने संवाददाता सम्मेलन कर बताया कि दोनों के बीच पूर्व से विवाद था. हत्या के दो दिन पूर्व सूरज प्रमाणिक ने मनोज के घर जाकर धमकी भी दी थी. पूर्व में मनोज ने सूरज प्रमाणिक की आंख खराब कर दी थी. इसके बाद वर्ष 2017 में सूरज प्रमाणिक ने मनोज जायसवाल की पिटायी कर दी थी, जिसमें सूरज प्रमाणिक जेल गया था.
सूरज की हत्या में सोनारी के मनोज जायसवाल, पिंटू सिंह उर्फ प्रकाश कुमार सिंह और सोनारी निर्मल बस्ती निवासी विकास सिंह उर्फ हेते को गिरफ्तार किया गया है. सूरज द्वारा जान मारने की धमकी देने के बाद पिंटू और मनोज जायसवाल ने उसकी हत्या की योजना बनायी. इसके लिए उसने विकास सिंह उर्फ हेते से हथियार लिया. गुरुवार को स्कूटी से मनोज जायसवाल घर से अकेले निकला, रास्ते में पिंटू सिंह को स्कूटी पर बैठाया. फिर घटनास्थल पर पहुंचे. घटनास्थल पर पिंटू और सूरज प्रमाणिक के बीच गाली- गलौज हुआ.
इसी बीच मनोज जायसवाल ने सूरज को गोली मार दी. पुलिस ने मनोज जायसवाल और पिंटू सिंह को मरीन ड्राइव में गिरफ्तार किया. उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल बरामद की गयी. पूछताछ में मनोज ने बताया कि उक्त पिस्तौल उसने विकास सिंह उर्फ हेते से ली थी. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार विकास सिंह उर्फ हेते शातिर बदमाश है. उसपर कई केस दर्ज हैं. हालांकि आरोपी मनोज जायसवाल और पिंटू सिंह के खिलाफ पूर्व में कोई केस नहीं है. इधर, शुक्रवार को सूरज प्रमाणिक के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों ने बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट में अंतिम संस्कार कर दिया,
यह है मामला
गुरुवार को सोनारी कारमेल स्कूल के पीछे टेंपो चालक परसुडीह ग्वाला बस्ती निवासी सूरज प्रमाणिक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में मृतक के भाई राज प्रमाणिक ने मनोज जायसवाल, कल्लू और नारंग के खिलाफ सोनारी थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है. सोनारी निर्मलनगर निवासी विकास सिंह उर्फ हेते की सूरज प्रमाणिक हत्याकांड में गिरफ्तार किये जाने पर उसके घरवाले एसएसपी कार्यालय पहुंचे. घरवालों ने हेते को निर्दोष बताया. घरवालों के अनुसार जिस वक्त घटना घटी विकास घर में था. वह अब अपराध से दूर रहने लगा है. सात साल जेल में रहने के बाद कुछ माह पूर्व ही वह जमानत पर छूटा था.
पार्वती घाट में हुआ अंतिम संस्कार