Ranchi. पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने चंपाई सोरेन प्रकरण को लेकर अपनी बात रखी है. उन्होंने मंगलवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि झामुमो नेता चंपाई सोरेन को लेकर जो बातें मुख्यमंत्री या उनके मंत्री कह रहे हैं, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा लगता है कि ये लोग हताश और निराश हैं. उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया, फिर हटाया गया. यह उनके दल का मामला है. लेकिन इनको लेकर जो बातें कहीं जा रही हैं, वह गैर जिम्मेदाराना है.
चंपाई सोरेन हमारी राजनीतिक यात्रा के पुराने साथी हैं. वह जमीन की लड़ाई लड़ कर आये हैं, ऐसे व्यक्ति के बारे में परिवार के माध्यम से राजनीति में शामिल होनेवाले, चाहे मुख्यमंत्री का ही बयान हो, दु:खद है. मुख्यमंत्री कहते थे कि आप मेरे चाचा हैं. लेकिन इनके सामने ना रिश्ता, ना संगठन, ना आदिवासी है. जेल से आने के बाद यही कोशिश रही कि हम कुर्सी पर कैसे आयें. पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि राज्य में जनजातीय समाज असुरक्षित है. इनकी जमीन सुरक्षित नहीं है. इसमें बड़ी मिलीभगत की सूचना है. सरकारी तंत्र भी नोटिस नहीं ले रहा है, बल्कि मिलीभगत है. झारखंड का निर्माण इस उद्देश्य से नहीं हुआ है.