Jamshedpur. कीताडीह ग्वाला पट्टी में रोहित सिंह हत्याकांड में फरार बाबू बंगाली उर्फ सुमित मंडल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रविवार को एसएसपी किशोर कौशल ने संवाददाता सम्मेलन कर मामले का उद्भेदन किया. उन्होंने बताया कि बाबू बंगाली बर्मामाइंस के कैरेज कॉलोनी का रहने वाला है. इसके अलावे पुलिस ने राजू हेस्सा, नीतीश राय, मनीष कुमार अग्रवाल और रोशन गुप्ता को भी हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. ये सभी आदित्यपुर के हैं. उनके पास से हथियार भी बरामद किया गया है. रोहित हत्याकांड का एक मुख्य आरोपी कुंदन सिंह एक दिन पूर्व कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. जबकि एक अन्य नामजद आरोपी मनीष वर्मा अब तक फरार है. जिसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार बाबू बंगाली और कुंदन सिंह दोनों का आपस में जीजा-साला का संबंध है.
रोहित का बाबू बंगाली की पत्नी के साथ अवैध संबंध था. इस बात की जानकारी जब बाबू बंगाली और कुंदन को लगी तो उन लोगों ने दो-तीन माह पूर्व रोहित को समझाया था, लेकिन वह नहीं माना. इसके बाद बाबू बंगाली ने कुंदन सिंह से इस संबंध में बात की. करीब एक माह पूर्व बाबू बंगाली ने रोहित की हत्या की पूरी योजना बनायी. उसके बाद बाबू बंगाली, कुंदन और मनीष वर्मा ने मिलकर रोहित की रेकी करने लगा. इस दौरान उन लोगों ने देखा कि रोहित रोज खटाल में बाहर ही सोता है. उसके बाद तीनों ने 13 अक्तूबर दुर्गा पूजा विसर्जन की देर रात में रोहित की हत्या करने की योजना बनायी. उसी रात को कुंदन, बाबू और मनीष एक ही बाइक से रोहित के घर के पास आये और रोहित के सिर में सोये अवस्था में ही गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गयी.
बागबेड़ा के बड़ौदा नदी घाट के पास बैठे थे सभी, तभी पहुंच गयी पुलिस
एसएसपी ने बताया कि पिछले दिनों पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बागबेड़ा के बड़ौदा नदी घाट के पास सुनसान क्षेत्र में कुछ युवक हथियार के साथ बैठे हुए हैं. सूचना मिलने के बाद बागबेड़ा थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव ने फौरन टीम का गठन कर बड़ौदा घाट के पास छापेमारी की. पुलिस को देखकर सभी युवक भागने लगे, लेकिन पुलिस पदाधिकारी और जवानों ने सभी को घेर कर गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से पुलिस ने दो हथियार भी बरामद किया है.