कोलकाता. हिंदू जनजागृति समिति ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है. समिति ने इल्तिजा द्वारा प्रभु श्रीराम और हिंदू धर्म पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया है.
हाल ही में, इल्तिजा मुफ्ती ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “हिंदुत्व एक बीमारी है जिसने करोड़ों भारतीयों को अपनी चपेट में ले लिया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है. प्रभु श्रीराम को शर्म आनी चाहिए.” इस बयान को लेकर हिंदू जनजागृति समिति ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने “हिन्दुस्थान समाचार” से कहा, “महबूबा मुफ्ती के शासनकाल में कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार हुआ. हिंदू महिलाओं पर अत्याचार हुए और मासूम बच्चों की निर्मम हत्या की गई. क्या इन घटनाओं पर कभी मुफ्ती परिवार को शर्म महसूस हुई ? कश्मीर के लाल चौक पर खुलेआम भारत का राष्ट्रीय ध्वज जलाया गया. तब मुफ्ती परिवार का सिर शर्म से क्यों नहीं झुका ?”
शिंदे ने कहा कि ऐसे बयान अगर किसी हिंदू ने दिए होते, तो उसके खिलाफ तुरंत कठोर कार्रवाई की जाती. उन्होंने बीके गंजू की नृशंस हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि महबूबा मुफ्ती के शासनकाल में हिंदुओं पर जो अत्याचार हुए, वे अकल्पनीय हैं.
हिंदू जनजागृति समिति ने इल्तिजा मुफ्ती पर हिंदू धर्म और भगवान श्रीराम का अपमान करने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है. समिति का कहना है कि इस तरह के बयानों से देश में धार्मिक सौहार्द को खतरा होता है.
समिति ने यह सवाल उठाया कि जब हिंदू धर्म के खिलाफ इस तरह के बयान दिए जाते हैं, तो समाज और प्रशासन मूकदर्शक क्यों बना रहता है ? समिति ने चेतावनी दी है कि अगर इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो हिंदू समाज चुप नहीं बैठेगा.