Mumbai. भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है. नवंबर में थोक मुद्रास्फीति घट कर 1.89 प्रतिशत पर आ गयी. आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं की थोक कीमतें कम होने से थोक महंगाई दर में नरमी आयी है. सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं, विशेषकर सब्जियों और प्याज की कीमतों में भारी गिरावट के कारण भारत की थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआइ) आधारित मुद्रास्फीति नवंबर में तीन महीने के निचले स्तर 1.89 प्रतिशत पर आ गयी, यह अक्तूबर में 2.36 प्रतिशत थी. पिछले वर्ष नवंबर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 0.39 प्रतिशत थी. अगस्त, 2024 में यह 1.25 प्रतिशत रही थी आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं, विशेषकर सब्जियों के दाम कम होने से नवंबर महीने में थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति के कम होने में मदद मिली.
खाद्य मुद्रास्फीति घट कर 8.63 प्रतिशत रह गयी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति नवंबर में घट कर 8.63 प्रतिशत रह गयी, जबकि अक्तूबर में यह 13.54 प्रतिशत थी. सब्जियों की मुद्रास्फीति घटकर 28.57 प्रतिशत रही, जबकि अक्तूबर में यह 63.04 प्रतिशत थी. हालांकि, आलू की मुद्रास्फीति 82.79 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी रही, जबकि प्याज की मुद्रास्फीति नवंबर में तीव्र गिरावट के साथ 2.85 प्रतिशत पर आ गयी.