Chaibasa. गुदड़ी के हालात के बाद पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. मंगलवार को जिला समाहरणालय स्थित सभागार में डीसी कुलदीप चौधरी व एसपी आशुतोष शेखर ने जिले की विधि-व्यवस्था से संबंधित बैठक की. बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी व थाना प्रभारी मौजूद रहे.
इस दौरान सभी को बताया गया कि आगामी दिनों में क्रिसमस, न्यू ईयर, संक्रांति एवं मागे पर्व है. इस दौरान जरूरी है कि जिले भर में उचित विधि व्यवस्था सुनिश्चित हो. खासकर वैसे स्थान जहां पर्व के अवसर पर लोगों का अधिक जुटान होता है. उन जगहों को पूर्व से ही चिन्हित कर सुरक्षा से संबंधित तमाम इंतजाम किये जाये. मानकी-मुंडा, मुखिया व अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ समन्वय बनाने को भी कहा गया.
बैठक में दिये गये ये निर्देश
बैठक में कहा गया कि क्षेत्रीय पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी का दायित्व है कि क्षेत्र अंतर्गत संचालित सभी तरह के अवैध गतिविधियों पर निगरानी रखें. इसके अलावा गठित चेक पोस्ट पर सतर्कता के साथ सभी तरह की जांच प्रक्रिया को संचालित किया जाए. अवैध परिवहन की रोकथाम के लिए मुख्य रास्ते सहित सभी संभावित रास्तों पर गहनता से निगरानी की जाए. साथ ही दूरस्थ क्षेत्रों में फैले अफवाहों पर तत्काल रूप से रोक लगाने के लिए ग्रामीणों के साथ संवाद भी स्थापित किया जाए.
उन्होंने कहा कि संवाद हीनता के कारण अफवाह की स्थिति पैदा होती है, जिससे लोगों के मन में वहम पैदा होता है. ऐसे में प्रशासनिक पदाधिकारी का यह कर्तव्य है कि यदि क्षेत्र के लोगों के मन में आशंका है तो उस आशंका के समाधान के लिए त्वरित गति से उचित पहल की जाए. बैठक में बताया गया कि जिला अंतर्गत विधि व्यवस्था का बेहतर संधारण ऐसा विषय है, जिसमें जिला से लेकर क्षेत्र स्तर तक के सभी पदाधिकारी एवं आम जनों के साथ समन्वय की आवश्यकता रहती है. उपायुक्त द्वारा अपर उपायुक्त एवं स्थापना प्रभारी को शांति समिति के वर्तमान सदस्यों का आकलन करते हुए इसके पुनर्गठन संबंधी कार्यों को प्रारंभ किया करने का निर्देश दिया गया.