- चाईबासा में करीब 47 फीसदी वन क्षेत्र, पूर्वी सिंहभूम में 3.43 फीसदी घटा वन क्षेत्र
Ranchi. झारखंड में दो साल में करीब 1.91 फीसदी वन क्षेत्र बढ़ा है. पूर्वी सिंहभूम समेत राज्य के पांच जिलों में वन क्षेत्र (फॉरेस्ट कवर) घटा है. शेष 19 जिलों में वन क्षेत्र बढ़ा है. फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया ने वन भूमि पर दो साल बाद रिपोर्ट जारी की है. 2020 में कराये गये सर्वे की रिपोर्ट 2021 में जारी हुई थी. 2023 में कराये गये सर्वे की रिपोर्ट अभी जारी की गयी है. इसमें बताया गया है कि झारखंड में 23765.78 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र हो गया है. यह कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का करीब 29.81 फीसदी है. 2021 में झारखंड में कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का करीब 28.10 फीसदी वन क्षेत्र था.
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, दो साल में चतरा में वन क्षेत्र में दो साल में करीब 15 फीसदी की कमी हुई है. वहीं, पूर्वी सिंहभूम में 3.43, कोडरमा में 1.79, लातेहार में 2.37 तथा सिमडेगा में वन क्षेत्र में करीब 3.51 फीसदी की कमी हुई है. झारखंड में सिर्फ 3.31 फीसदी ही घना वन क्षेत्र है. दुमका, धनबाद, देवघर और जामताड़ा में घना वन क्षेत्र नहीं है. कुल भौगोलिक भूमि का सबसे अधिक करीब 55 फीसदी वन क्षेत्र लातेहार जिले में है. हजारीबाग जिले में कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का करीब 47 फीसदी वन क्षेत्र है. चतरा जिले में करीब 48 फीसदी भूमि पर वन है. वहीं, चाईबासा में करीब 47 फीसदी वन क्षेत्र है.