Chaibasa.सड़क निर्माण व उड़ती धूल की समस्या के निदान को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार को दूसरे दिन भी चाईबासा-जैंतगढ़ मुख्य सड़क (एनएच-75) को बिष्टुमपुर में जाम रखा. इस दौरान बिष्टुमपुर से चाईबासा तक 14 किमी व बिष्टुमपुर से हाटगम्हरिया तक 20 किमी का लंबा जाम लग गया है. जिसमें सैकड़ों गाड़ियां फंसी हुई हैं. वहीं, शनिवार दोपहर को जाम हटाने पहुंचे एडीसी व भू-अर्जन पदाधिकारी चाईबासा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि सड़क निर्माण कार्य शुरू कराया जायेगा. लेकिन ग्रामीणों ने एक सुर में कहा वे आश्वासन नहीं, बल्कि सड़क निर्माण की ठोस पहल होने पर ही जाम हटायेंगे. संवेदक सड़क निर्माण का कार्य शुरू करे, वो जाम हटा देंगे.
36 घंटे से ज्यादा समय से जाम में फंसे वाहन चालकों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. जाम में शामिल ग्रामीण महिला-पुरुष ठिठुरती सर्दी में रात के समय भी अपनी मांग को लेकर सड़क पर बैठे हुए हैं. गौरतलब है कि एनएच-75 निर्माण करा रहे संवेदक मेसर्स रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी ने बिष्टुमपुर में सड़क निर्माण कार्य को अधूरा छोड़ दिया है. जिससे वाहनों के चलने पर धूल लोगों के घरों में घुस जाती है. बिष्टुमपुर के ग्रामीण भोजन, पानी के साथ धूल खाने को विवश हैं. उड़ती धूल की परत तालाब व कुआं में पड़ने से लोगों को पेयजल व स्नान करने में भी परेशानी हो रही है. नारकीय जीवन जी रहे ग्रामीणों ने पूर्व में जिला के पदाधिकारी व सड़क निर्माण करा रहे संवेदक से अधूरा सड़क को पूर्ण करने की मांग कर चुके हैं. लेकिन ग्रामीणों की मांग को अनसुनी किये जाने से ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह 9 बजे से सड़क जाम कर दिया है.