Kolkata. झारखंड से पश्चिम बंगाल में घुस आया एक बाघ मंगलवार तड़के पुरुलिया जिले में पहुंच गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. मुख्य वन संरक्षक एस कुलंदैवेल ने बताया कि पिछले दो दिनों से झाड़ग्राम जिले के कांकराझोर के जंगल में घूम रहा यह बाघ पुरुलिया के बंदवान रेंज में राइका पहाड़ियों तक पहुंच गया. उन्होंने कहा, ‘हमने नायलॉन की बाड़ को कंकराझोर से हटाकर पुरुलिया जिले के समीपवर्ती क्षेत्र में ले जाना शुरू कर दिया है. राइका पहाड़ी क्षेत्र में नजर आये पैरों के ताजा निशानों की जांच करने पर हमें लगता है कि बाघ वहां घूम रहा है.
उसे पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘सुंदरबन बाघ संरक्षित क्षेत्र की एक टीम और झारग्राम-बांकुरा के वन रक्षक इसकी आवाजाही पर नजर रख रहे हैं.’ मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि बाघ के पिंजरे के साथ-साथ 40 ‘ट्रैप’ कैमरे भी लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि बाघ के गले में ‘रेडियो कॉलर’ नहीं लगा है.
यह पूछे जाने पर कि क्या बाघ झारखंड के पलामू से आया था, कुलंदैवेल ने कहा, ‘‘नहीं, ऐसी कोई जानकारी नहीं है. यह एक जंगली जानवर है, जो झारखंड में कहीं से आया है. यह किसी बाघ संरक्षण परियोजना से संबंधित नहीं है.’ बेलपहाड़ी-बांदवान क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को अंधेरा होने के बाद बाहर न जाने को कहा गया है.
पिछले महीने जीनत नामक एक अन्य बाघिन ओडिशा से भटकर झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल पहुंच गई थी. तीन राज्यों के वनकर्मियों ने कई दिनों तक उसका पीछा किया