समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिले में बुधवार को एक बड़ा हादसा हो गया, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. जिले के पुसा रोड स्थित वैनी थाना क्षेत्र में एक एल्युमिनियम फैक्ट्री में बॉयलर फटने से दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हादसा दोपहर 1 बजे के आसपास हुआ, जिससे फैक्ट्री परिसर में अफरा-तफ़री मच गई.
घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस पहुंची और तुरंत राहत कार्य शुरू किया. घायल मजदूरों को समस्तीपुर सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. हादसे के बाद फैक्ट्री में काम कर रहे सभी लोग इधर-उधर भागने लगे, जबकि कुछ कर्मचारी और फैक्ट्री प्रबंधन से जुड़े लोग मौके से फरार हो गए. यह फैक्ट्री पुसा रोड के एक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित थी, जहां काम करने वाले मजदूरों की संख्या काफी अधिक थी.
पुलिस और स्थानीय लोगों के मुताबिक, हादसे में मारे गए दो श्रमिकों की पहचान कोलकाता के निवासी के तौर पर की गई है. दोनों मजदूर फैक्ट्री में काम करने के लिए समस्तीपुर आए हुए थे. घटनास्थल पर मिली जानकारी के अनुसार, बॉयलर फटने के बाद फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों में से कुछ झुलस गए, जबकि कुछ को गंभीर चोटें आईं. हादसे के समय फैक्ट्री में अफरा-तफरी का माहौल था और कई मजदूरों के शव एक घंटे तक वहीं पड़े रहे.
जांच शुरू, प्रबंधन के लोग फरार
हादसे के बाद फैक्ट्री प्रबंधन के जिम्मेदार लोग मौके से फरार हो गए, जिसके कारण हादसे की वास्तविक वजह को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. पुलिस ने इस मामले में फैक्ट्री मालिक दिलीप कुमार का नाम लिया है, जो घटना के बाद से लापता हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है और मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बॉयलर के फटने के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि किसी तकनीकी खामी या लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ हो.
हादसे के बाद इलाके में भारी तादाद में लोग फैक्ट्री परिसर में पहुंचे, और एक ही पल में वहां का माहौल बदल गया. ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्री के अंदर काफी अफरा-तफरी का माहौल था, और कई मजदूरों ने खुद को किसी तरह सुरक्षित किया. कुछ ने बताया कि बॉयलर के फटने से पहले एक जोरदार धमाका हुआ था, जिससे पूरा क्षेत्र हिल गया. हादसे के बाद तुरंत एंबुलेंस पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई.
पुलिस और प्रशासन ने घटना स्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. अब जांच में यह देखा जाएगा कि क्या यह घटना फैक्ट्री में सुरक्षा की कमी के कारण हुई या फिर इसमें कोई तकनीकी खामी थी. वहीं, स्थानीय प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.