Jamshedpur. मंगलवार से सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) में एक ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया. जिसमें स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अधिकारियों ने हिस्सा लिया. सभी अधिकारियों को कॉर्पोरेट ट्रेनिंग दी गयी. सीएसआइआर-एनएमएल के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधरी, सीएसआइआर-एनएमएल के खनिज प्रसंस्करण प्रभाग के प्रमुख डॉ. देवब्रत मिश्रा, मानव संसाधन समूह के प्रमुख एवं मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एस. शिवा प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. सीएसआइआर-एनएमएल के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधरी ने बताया कि घरेलू इस्पात उत्पादन को वर्तमान में 140 मिलियन टन से बढ़ाकर 2030 तक 300 मिलियन टन करना है.
उन्होंने खनिज प्रसंस्करण प्रभाग की अनूठी अत्याधुनिक बेंच और पायलट स्केल सुविधाओं तथा इसके विविध ज्ञान आधार के बारे में भी बताया. इस ट्रेनिंग में बताया गया कि धातुकर्म और खनिज आधारित उद्योगों में, गुणवत्ता वाले कच्चे माल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निम्न-श्रेणी के अयस्कों और खनिजों का सज्जीकरण बहुत महत्वपूर्ण है. 10 जनवरी को उक्त ट्रेनिंग सेशन का समापन किया जाएगा.