
जमशेदपुर. झारखंड कांग्रेस ने इस बार संगठन सृजन अभियान के तहत राज्य के डेढ़ दर्जन से अधिक जिलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति की है. पार्टी ने यह फेरबदल संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और आगामी चुनावों से पहले कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के उद्देश्य से किया है. हालांकि जिला अध्यक्षों की सूची जारी होते ही पूर्वी सिंहभूम में विरोध के स्वर तेज हो गये है.
जिला उपाध्यक्ष बबलू झा ने नेतृत्व के खिलाफ सबसे पहले बगावती तेवर अख्तियार किया है. रविवार को उन्होंने बयान जारी कर कहा कि पूर्वी सिंहभूम में पर्यवेक्षक के पैनल लिस्ट को दरकिनार कर अध्यक्ष का चयन किया गया है जो सरासर गलत है. जिला में संगठन सृजन अभियान में भी गंभीर अनियमितताएं की गयी है.

बबलू झा ने कांग्रेस के शीर्ष नेता के बयानों का हवाला देकर कहा कि अन्याय और षड्यंत्र के खिलाफ आवाज उठाने की बात राहुल गांधी ने बार-बार कही है अब वह उसे साकार करने जा रहे हैं. वह और उनका परिवार कई दशकों से कांग्रेस पार्टी के विचारधारा को अपने खून पसीने एवं तन मन धन से सींचा हैं, इसीलिए वह इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे.
बबलू झा ने नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूर्वी सिंहभूम में संगठन सृजन अभियान में गंभीर अनियमितताएं की गई हैं. केशव कमलेश महतो, झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवं के राजू झारखंड ने हारे हुए भागे हुए धनवान बडे नेताओं के दबाव मे तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर गलत निर्णय करवा लिया है.
पहली बार एआईसीसी द्वारा नियुक्त प्रभारी अनंत पटेल के द्वारा पूर्वी सिंहभूम जिला के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक के पैनल लिस्ट को दरकिनार कर अध्यक्ष की चयन किया गया है जो गलत है. बबलू झा ने बयान जारी कर झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवं झारखंड प्रभारी से अनुरोध किया है वह पर्यवेक्षकों द्वारा बनाई गई सूची को 3 दिनों के आंदर सार्वजनिक करें अन्यथा वह लोकतांत्रिक तरीके से अनशन, काला झंडा, पुतला दहन कर उनके निर्णय का पुरजोर विरोध दर्ज करायेंगे.
