Puri. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर के ‘रत्न भंडार’ की मरम्मत का काम मंगलवार को शुरू किया. राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि मरम्मत कार्य अपराह्न करीब एक बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक जारी रहेगा. हरिचंदन ने भुवनेश्वर में संवाददाताओं से कहा, ‘एएसआई ने हमें तीन महीने में काम पूरा करने का आश्वासन दिया है, लेकिन हमने उनसे प्रक्रिया में तेजी लाने का अनुरोध किया है.’
उन्होंने कहा कि 12वीं सदी के मंदिर के अंदर देवताओं के दैनिक अनुष्ठान और श्रद्धालुओं के लिए दर्शन के समय को प्रभावित किए बिना मरम्मत कार्य किया जाएगा. एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद् डीबी गार्नायक ने कहा, हम रत्न भंडार (मंदिर के खजाने) की दीवारों से प्लास्टर हटाने से पहले मचान स्थापित करेंगे. इसके बाद पूरे भंडार की सफाई की जाएगी और लोहे के पुराने बीम और टूटे हुए पत्थरों की मरम्मत की जाएगी. आंतरिक और बाहरी दोनों कक्षों की मरम्मत की जाएगी.
गार्नायक ने कहा कि श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए शनिवार, रविवार और अन्य छुट्टियों के दिन रत्न भंडार का मरम्मत कार्य नहीं किया जाएगा. रत्न भंडार को कीमती सामानों के दस्तावेजीकरण और संरचना की मरम्मत के लिए 46 साल बाद गत जुलाई में फिर से खोला गया था.