Jharkhand: झारखंड विधानसभा में अब तक नेता प्रतिपक्ष का ऐलान नहीं हो पाया है. जल्द ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लगेगी. दिल्ली चुनाव (Delhi Election) के बाद BJP विधायक दल के नेता का चयन करने पर्यवेक्षकों की नियुक्ति होगी. नेता प्रतिपक्ष बनने के लिस्ट में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) का नाम सबसे आगे है. उनके विधायक दल का नेता बनना लगभग तय माना जा रहा है.
वहीं इस रेस में विधायक सीपी सिंह (C. P. Singh) का भी नाम चल रहा है. हालांकि रांची (Ranchi) विधायक सिंह से बाबू लाल मरांडी नेता प्रतिपक्ष के दौड़ में आगे चल रहे. हाल हीं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बाबूलाल मरांडी की बैठक हुई है. नेता प्रतिपक्ष के साथ ही विधानसभा में पार्टी का मुख्य सचेतक और सचेतक कौन होगा यह भी साफ हो जाएगा. दिल्ली चुनाव के बाद विधायक दल का नेता चुनने पर्यवेक्षक नियुक्त होंगे.
रांची आकर पर्यवेक्षक नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लगाएंगे. बताया जा रहा है कि गढ़वा विधायक सत्येंद्र तिवारी, हटिया विधायक नवीन जायसवाल या कोडरमा विधायक नीरा यादव में से किसी एक को विधानसभा में पार्टी का मुख्य सचेतक और किसी एक को सचेतक नियुक्त किया जा सकता है. नेता प्रतिपक्ष, सचेतक और प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा के सोशल इंजीनियरिंग की परीक्षा होगी.
बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद पार्टी ओबीसी और सामान्य जाति के नेताओं को शेष पदों के लिए नियुक्त करेगी. नई सरकार गठन के बाद विधानसभा का विशेष सत्र बिना नेता प्रतिपक्ष के खत्म हो गया. पिछली सरकार में भी नेता प्रतिपक्ष का पद लंबे समय तक खाली था. इस बार भाजपा के पास बाबूलाल मरांडी जैसे सीनियर लीडर का बेहतर विकल्प है. वहीं भाजपा सदन के भीतर ओबीसी और सामान्य जातियों को भी जगह देने का प्रयास पार्टी करेगी. अगर नीरा यादव को सचेतक बनाया जाता है तो इससे महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व मिलेगा. वहीं भाजपा सदन के भीतर सामाजिक समीकरण भी साधे रखेगी.