Jamshedpur. टाटा स्टील यूआइएसएल ने वेक्टर-जनित रोगों की रोकथाम और नियंत्रण में उभरती चुनौतियों पर आयोजित तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मौखिक पेपर प्रस्तुति में दूसरा पुरस्कार जीता है. नई दिल्ली की एब्सोल्यूट ह्यूमन केयर फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह पुरस्कार दिया गया. चेन्नई के लोयोला कॉलेज में इसका आयोजन हुआ. इसमें दुनिया भर के विशेषज्ञ, शोधकर्ता और संगठन वेक्टर-जनित रोगों से निपटने के लिए नवाचारी रणनीतियों को साझा करने के लिए एकत्रित हुए.
जीतने वाली प्रस्तुति, डेंगू स्पीडोमीटर : डेंगू प्रकोप प्रबंधन में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए एक पूर्वानुमानित मॉडल, टाटा स्टील यूआइएसएल द्वारा विकसित एक नवाचारी दृष्टिकोण पर आधारित है. यह मॉडल शहरी क्षेत्रों में डेंगू प्रकोप की भविष्यवाणी, प्रतिक्रिया और प्रबंधन के लिए एक प्रभावी, डेटा-आधारित और सामुदायिक-केंद्रित समाधान प्रदान करता है. इसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रभावी रोग प्रबंधन के लिए एक व्यवहारिक और स्केलेबल समाधान के रूप में मान्यता मिली है. तीसरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, जिसमें नीति-निर्माताओं, वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य संगठनों ने भाग लिया. जिसमें वेक्टर-जनित रोगों को नियंत्रित करने के लिए अत्याधुनिक समाधानों पर चर्चा की गयी. टाटा स्टील यूआइएसएल की प्रस्तुति अपने व्यावहारिक, नवाचारी और स्केलेबल दृष्टिकोण के लिए विशेष रूप से सराही गयी.