नयी दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में हाल में हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर रविवार को क्षेत्र के सुरक्षा हालात और 29 जून से शुरू होने जा रही वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा की.
21 जून को योग दिवस के कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री मोदी के भी 20 जून को श्रीनगर जाने का कार्यक्रम है. गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र नये तरीकों से आतंकवादियों पर नकेल कसने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को कश्मीर की तर्ज पर जम्मू संभाग में भी क्षेत्र प्रभुत्व, शून्य-आतंकवाद योजनाओं को लागू करने का निर्देश दिया. गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात के बारे में विस्तार से जानकारी ली.
सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में सुरक्षाबल वहां आतंकवाद रोधी अभियान तेज कर सकते हैं.
आतंकवादियों के खिलाफ अभियान प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार चलाया जायेगा. शाह ने यहां नॉर्थ ब्लॉक में उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इससे तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसी मुद्दे पर एक बैठक की थी, जिसमें उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिया था.
बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, अगले सेना प्रमुख के तौर पर नामित लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, गुप्तचर ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सीआरपीएफ महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, बीएसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक आरआर स्वैन और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए.
सूत्रों ने बताया कि पिछले शुक्रवार को हुई एक बैठक में शाह को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति, अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षाबलों की तैनाती, घुसपैठ की कोशिशों, आतंकवाद रोधी अभियानों की स्थिति और केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय आतंकवादियों के बारे में जानकारी दी गयी थी.
—
चार दिन में हुए हैं चार आतंकी हमले
आतंकवादियों ने पिछले चार दिनों में जम्मू-कश्मीर के रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार स्थानों पर हमले किये, जिनमें नौ तीर्थयात्रियों और सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गयी थी तथा सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य घायल हो गये थे. कठुआ जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गये और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ. ये घटनाएं दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ गुफा मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा से पहले हुई हैं. यह यात्रा 29 जून से शुरू होने वाली है और 19 अगस्त तक जारी रहेगी. अमरनाथ के लिए तीर्थयात्री जम्मू कश्मीर में दो मार्गों-बालटाल और पहलगाम से यात्रा करते हैं.
अमरनाथ यात्रियों को पांच लाख रुपये का बीमा कवर
सूत्रों ने बताया कि पिछले साल 4.28 लाख से अधिक लोगों ने गुफा मंदिर की यात्रा की और इस बार यह आंकड़ा पांच लाख तक जा सकता है. सभी तीर्थयात्रियों को आरएफआइडी कार्ड दिये जाने की संभावना है, ताकि उनकी वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके और सभी को पांच लाख रुपये का बीमा कवर दिया जायेगा. तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले प्रत्येक जानवर के लिए 50,000 रुपये का बीमा कवर भी होगा.
कुमार मनीष,9852225588