ईचागढ़. सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड के लेपाटांड़ गांव के जाहेरथान के निकट निर्माणाधीन आदिवासी कला केंद्र भवन की छत की ढलाई 20 जुलाई को की गई थी और दूसरे ही दिन 21 जुलाई को छत की ढलाई ढह गयी. कला केंद्र भवन की छत गिरने के बाद इसके निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं. ग्रामीण अब भवन निर्माण की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि भवन का निर्माण काफी घटिया स्तर का किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा कला केंद्र भवन के निर्माण में शुरू से ही अनियमितता बरती जा रही है. बुनियाद में कम पिलर बनाया है. इसके अलावा छत की ढलाई में भी सरिया कम लगाया गया था. दरअसल, अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए कल्याण विभाग द्वारा एसीए फंड से 24 लाख 50 हजार रुपये की लागत से ईचागढ़ प्रखंड के लेपाटांड़ में आदिवासी कला केंद्र भवन का निर्माण कराया जा रहा है.
इसकी छत ढलाई करने के एक दिन बाद ही भरभरा कर गिर गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि भवन निर्माण के लिए गांव में कुछ लोगों ने ग्रामसभा कर लाभुक समिति का गठन किया था. लेकिन भवन निर्माण का काम किसी दूसरे व्यक्ति से कराया जा रहा है. भवन निर्माण कार्य को लेकर निर्माण स्थल पर किसी प्रकार का बोर्ड भी नहीं लगाया गया है.