Jamshedpur. टाटा स्टील की कर्मचारी अंजना तिवारी और बंदी गायत्री को वीमेन इन माइनिंग यूके (डब्लूआइएम यूके) की 2024 की 100 ग्लोबल इंस्पिरेशनल वीमेन इन माइनिंग (डब्ल्यूआइएम 100) सूची में स्थान मिला है. यह प्रतिष्ठित द्विवार्षिक प्रकाशन खनन उद्योग में महिलाओं की अद्वितीय उपलब्धियों और प्रेरणादायक योगदान को वैश्विक स्तर पर सम्मानित करता है. अंजना तिवारी टाटा स्टील में सुरक्षा विभाग की सीनियर एरिया मैनेजर हैं. उन्होंने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) से कॅरियर की शुरूआत की और बाद में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की पहली महिला सदस्य बनने का गौरव प्राप्त किया. टाटा स्टील में उन्होंने एक चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाते हुए ओडिशा के दूर दराज क्षेत्र में स्थित खनन गांव में फेरो एलॉय संयंत्रों और क्रोम खदानों की सुरक्षा संचालन का नेतृत्व किया, जिसमें वह ऐसा करने वाली पहली महिला बनीं.
वह अभी टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में कार्यरत है. इसी तरह बंदी गायत्री टाटा स्टील की माइनिंग डिवीजन के झरिया कोलफील्डस में मैनेजर पद पर कार्यरत हैं. 117 वर्षों के इतिहास में पहली महिला अंडरग्राउंड माइनिंग इंजीनियर बनकर इतिहास रच दिया. आइआइटी बीएचयू की स्नातक और प्रतिष्ठित रॉबर्टन मेडल की प्राप्तकर्ता, गायत्री ने भूमिगत कोयला खदानों में शाफ्ट ड्रेसिंग और वेंटिलेशन सुधार जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं का नेतृत्व किया है, वह भी एक ऐसे क्षेत्र में जो पुरुष प्रधान माना जाता है. टाटा स्टील की वीपी एचआरएम अत्रैयी सान्याल ने कहा कि टाटा स्टील में, हम विविधता और समावेशिता को बदलाव की ताकत मानते हैं. अंजना और गायत्री ने टाटा स्टील और खनन उद्योग में जो अभूतपूर्व योगदान दिया है, उस पर हमें बेहद गर्व है.