Ranchi. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) के सचिव सुधीर गुप्ता ने कहा कि आयोग के पदाधिकारियों को जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है. धमकी भरा पत्र ई-मेल के माध्यम से मिला है. इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को दे दी गयी है. हालांकि संवाददाता सम्मेलन में सचिव ने ई-मेल से मिले पत्र को दिखाने में असमर्थता जतायी.झारखंड सामान्य स्नातक स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (सीजीएल)-2023 में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है.
परीक्षा पूरी तरह से कदाचारमुक्त व शांतिपूर्ण तरीके से 21 व 22 सितंबर को ली गयी थी. शॉर्टलिस्टेड अभ्यर्थियों में से 96 प्रतिशत झारखंड के निवासी हैं. 2231 अभ्यर्थियों को शॉर्टलिस्टेड किया गया है. इसमें से 2145 झारखंड के निवासी हैं. इतना ही नहीं शार्टलिस्ट किये गये 2231 अभ्यर्थियों में 83.50 प्रतिशत आरक्षित वर्ग के चयनित हैं. 21 व 22 सितंबर को हुई परीक्षा में दूसरे दिन 88 प्रतिशत अभ्यर्थी सफल रहे है.
पहले दिन हिंदी की परीक्षा हुई थी, जबकि दूसरे दिन जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की परीक्षा ली गयी थी. उक्त बातें आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता ने शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही. इस अवसर पर उपसचिव अरविंद कुमार लाल भी उपस्थित थे.
सचिव श्री गुप्ता ने कहा कि आयोग की वेबसाइट पर अभ्यर्थियों की जो सूची प्रकाशित की गयी है, वह सिर्फ सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए है, वह अंतिम परीक्षाफल नहीं है. कुछ लोग इसे परीक्षाफल बता रहे हैं, जो सही नहीं है. परीक्षाफल, मेरिट लिस्ट बाद में प्रकाशित की जायेगी. अंतिम परीक्षाफल प्रकाशित होने के बाद अंतिम चयनित अभ्यर्थी का कट ऑफ मार्क्स जारी किया जायेगा.