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Saryu Vs Banna: कदमा में कांग्रेसी आलोक मुन्ना की हत्या पर फिर सरयू राय व बन्ना गुप्ता आये आमने-सामने, वारदात के लिए एक दूसरे को ठहराया जिम्मेदार, जानें क्या कहा?

  • सरयू राय बोले-बन्ना के संरक्षण में चल रहे आपराधिक गिरोह आपस में ही भिड़ने लगे, बन्ना ने कहा-सरयू राय पोषित अपराधियों ने की कांग्रेसी की हत्या

Jamshedpur. कदमा शास्त्रीनगर में बन्ना गुप्ता के समर्थक आलोक मुन्ना की हत्या को लेकर जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय और पूर्व मंत्री सह पूर्व विधायक बन्ना गुप्ता आमने सामने हो गये है. सरयू राय ने जहां बन्ना गुप्ता को इस कांड को दोषी ठहराया है, वहीं, पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने सरयू राय के संरक्षण में अपराध करने का आरोप लगाया है. जमशेदपुर पश्चिम के विधायस सरयू राय ने कहा है कि बन्ना गुप्ता के संरक्षण में चल रहे आपराधिक गिरोह अब आपस में ही लड़ने लगे हैं.

शास्त्री नगर के आलोक भगत की हत्या बन्ना समर्थित आपराधिक गिरोहों की परपस्पर प्रतिद्वंदिता का ही परिणाम है. सत्ता का दबाव हटते ही बन्ना गुप्ता के संरक्षण में चल रहे गिरोह आपस में ही भिड़ने लगे हैं. यहां जारी एक बयान में श्री राय ने कहा कि जिन लोगों को हथियार बना कर बन्ना गुप्ता ने पिछले पांच वर्षों में जमशेदपुर में भय और आतंक का साम्राज्य खड़ा किया था, वे अब खुद भयभीत और आतंकित हैं. उनका यह भय और आतंक कहीं बाहर से नहीं बल्कि एक ही थैली के चट्टे-बट्टों का आपसी संघर्ष है. पुलिस इसकी छानबीन करे और बन्ना गुप्ता द्वारा पिछले पांच वर्षों में कायम किये गये भय और आतंक के माहौल का पर्दाफाश करे. उनके संरक्षण में चल रहे गिरोहों की परस्पर प्रतिस्पर्धा पर पुलिस नजर रखे. श्री राय ने कहा कि खुफिया विभाग जरूरी दस्तावेज जुटाये ताकि आगे ऐसी घटनाएं ना हों.

पूर्व मंत्री बन्ना मुन्ना के परिजनों से मिले, सरयू पर बोला हमला

हत्याकांड के बाद पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता अपने दल बल के साथ आलोक मुन्ना के कदमा स्थित घर गये. परिजनों से मिले. उनको ढांढस बंधाया. उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान गला फाड़ कर भय और अपराध मुक्त जमशेदपुर बनाने का झूठा प्रचार करने वाले विधायक और झूठ के सौदागर सरयू राय पोषित अपराधियों ने कांग्रेस कार्यकर्त्ता अलोक भगत ऊर्फ मुन्ना की दिन दहाड़े हत्या की हैं. इस संबंध में यदि त्वरित कार्यवाई नहीं हुई और अपराधी गिरफ्तार नहीं हुए तो डीजीपी और मुख्यमंत्री से मिलेंगे. यह एक राजनीतिक हत्या हैं. कई कांग्रेस के साथियों को भी धमकी मिल रही हैं. यदि पुलिस किसी के दवाब में कार्य करती हैं तो इसको लेकर आंदोलन किया जायेगा.

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