Ranchi. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति बिल्कुल भी बर्दाश्त न करने की नीति है और इस तरह की गतिविधियों में शामिल अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सोरेन ने अपने आवास पर अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिया कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के उड़न दस्तों को समय-समय पर ब्लॉक स्तर और अन्य कार्यालयों में भेजा जाए. सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘मेरी सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति बिल्कुल भी बर्दाश्त न करने की नीति है.
जोनल कार्यालयों में शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मैंने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं, ताकि आम लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो और कोई भी भ्रष्ट व्यक्ति बख्शा न जाए.’ इससे पहले, मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर बैठक की अध्यक्षता करते हुए भूमि विवादों से संबंधित शिकायतों की बढ़ती संख्या पर चिंता जाहिर की, खासतौर पर दाखिल खारिज के दौरान सर्किल कार्यालयों में होने वाले भ्रष्टाचार की.
उन्होंने इन मुद्दों से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया तथा अधिकारियों को ऐसी गतिविधियों में शामिल भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों और भूमि के दलालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए. सोरेन ने कहा कि राज्य में भूमि विवाद से संबंधित कई शिकायतें लगातार आ रही हैं. उन्होंने कहा, ‘‘खासकर अंचल कार्यालयों में दाखिल खारिज के नाम पर भ्रष्टाचार व्याप्त है. इसे नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए.