Chaibasa. चक्रधरपुर में 20 दिसंबर को हजारीबाग जेल के गार्ड की और 22 दिसंबर को चाईबासा में उसकी पत्नी की हत्या मामले का एसपी आशुतोष शेखर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उद्भेदन किया. उन्होंने बताया दोनों की हत्या रुपये के लेनदेन के विवाद को लेकर की गयी है. इस दोहरे हत्याकांड में संलिप्त पश्चिमी सिंहभूम के तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में तीनों आरोपियों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है. आरोपियों में रामराई सुरीन (सोनुआ, पश्चिमी सिंहभूम), बुधन सिंह सवैयां उर्फ छोटा (झींकपानी,पश्चिमी सिंहभूम), मंगता सुरीन (सोनुआ, पश्चिमी सिंहभूम) शामिल हैं. परिजनों ने शव की पहचान हजारीबाग निवासी निर्मल एक्का (पिता-पीटर एक्का पता- कोर्रा, हजारीबाग) व पत्नी की रश्मि मोनिका सनमानी के रूप में की है. तीनों आरोपियों की निशानदेही पर इस कांड में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, मृतकों व आरोपियों के मोबाइल व घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व कार को भी बरामद किया है. रामराई सुरीन के नाम से सोनुआ व परसुडीह में मामले दर्ज हैं.
20 व 22 को चक्रधरपुर व मुफस्सिल थाना में दर्ज हुआ था मामला
मालूम हो कि पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर थानांतर्गत 20 दिसंबर को पुलिस ने कोउटुटुवा गांव में एक अज्ञात व्यक्ति की सिर कटी लाश बरामद की थी. इस संबंध में चक्रधरपुर थाना में मामला दर्ज हुआ था. वहीं, घटना के दो दिन बाद मुफस्सिल थाना अंतर्गत ग्राम आचू में सड़क किनारे एक अज्ञात महिला की लाश मिली थी. उसके सिर पर चोट के निशान थे व गर्दन किसी धारदार हथियार से काटा हुआ था. 22 दिसंबर को मुफस्सिल थाना में मामला दर्ज हुआ था. इस उद्भेदन में तकनीकी सहयोग व वैज्ञानिक तरीकों से मामले का अनुसंधान किया गया.
रुपये के बदले खराब कार देने का जेल गार्ड पर आरोप
एसपी ने बताया कि रामराई ने कहा पैसे की मांग करने पर निर्मल अपनी कार को मुझे ले जाने को कहा. रामराई 9 अक्तूबर 2024 को जमानत पर कारा से मुक्त होने के बाद निर्मल की गाड़ी को लेकर अपने गांव चक्रधरपुर के देवांवीर आया, जिसके बाद रामराई ने निर्मल को फोन कर बताया गया कि तुम्हारी गाड़ी खराब है. निर्मल ने कहा गाड़ी नहीं लोगे, तो मैं अपना गाड़ी वापस ले लूंगा और पैसा भी नहीं दूंगा. इस पर रामराई ने उसे जान से मारने की योजना बनायी.
कार लेने को जेल गार्ड पत्नी के साथ चाईबासा पहुंचा
रामराई ने पुलिस को बताया कि इसी बीच 17 दिसंबर को कार लेने के लिए निर्मल पत्नी रश्मि के साथ बस से चाईबासा पहुंचा. फिर रामराई ने सहयोगियों की मदद से दंपती को रिसीव किया. इसके बाद उन्हें झींकपानी थाना क्षेत्र केलेंडे गांव निवासी बुधन सिंह सावैयां के घर पर रखा. दो दिन घर पर रखने के बाद उन्हें 19 दिसंबर की शाम में यह कहकर गाड़ी में बैठाया कि उन्हें वे लोग चक्रधरपुर तक छोड़ देंगे, लेकिन उनकी मंशा गाड़ी वापस करने की नहीं थी. इस वजह से रामराई गाड़ी की डिक्की में कुल्हाड़ी लेकर निकला और अपने सहयोगी बुधन सावैयां व मांगता सुरीन के साथ बरकेला के रास्ते जंगल में ले गया. जहां रामराई लघुशंका करने के बहाने गाड़ी से उतरकर डिक्की से कुल्हाड़ी निकाल लिया और जैसे ही निर्मल गाड़ी से उतरा कुल्हाड़ी से सिर काटकर मौत के घाट उतार दिया.