Bhuvneshwar. झारखंड के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में माओवाद विरोधी अभियान में ओडिशा के विशेष अभियान समूह (एसओजी) के जवानों की भूमिका की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने एसओजी जवानों के जोखिम भत्ते में तीन गुना वृद्धि की घोषणा की. विशेष नक्सल विरोधी बल एसओजी के जवानों के लिए जोखिम भत्ता 8,000 रुपये से बढ़ाकर अब 25,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ में माओवाद विरोधी अभियान में 14 माओवादी मारे गए. ओडिशा के मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मंगलवार को बताया, ‘‘नुआपाड़ा जिले की सीमा से लगे छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट इलाके में सुरक्षा बलों के एक संयुक्त अभियान में 14 माओवादी मारे गए.ओडिशा पुलिस के एसओजी जवानों ने इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके लिए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सभी जवानों को बधाई दी है.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘‘इस अवसर पर राज्य सरकार ने जवानों को दिए जाने वाले विशेष भत्ते (जोखिम भत्ते) को 8,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि आने वाले दिनों में ओडिशा में नक्सल विरोधी अभियान को और तेज किया जाएगा.
इससे पहले, एक बयान में, ओडिशा पुलिस ने कहा कि ओडिशा एसओजी, छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा शुरू किए गए संयुक्त अंतर-राज्यीय अभियान में सीपीआई (माओवादी) की पांच महिला सदस्यों और एक केंद्रीय समिति के सदस्य रामचंद्र उर्फ चलपति सहित 14 माओवादी मारे गए. ओडिशा के डीजीपी वाई बी खुरानिया ने कहा कि भीषण गोलीबारी के दौरान घायल हुए एक एसओजी जवान को बाद में अस्पताल ले जाया गया, और उसकी हालत अब खतरे से बाहर है.