- सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शिवचरण हांसदा की पत्नी हैं पीड़िता भुवन रानी
Chaibasa. चाईबासा रेलवे स्टेशन की चीफ बुकिंग सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत महिला कर्मी से1.50 लाख रुपये के साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है. महिला रेल कर्मी भुवन रानी सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शिवचरण हांसदा की पत्नी हैं. भुक्तभोगी भुवन रानी ने 12 दिसंबर 2024 को सदर थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. दर्ज मामले में उन्होंने बताया है कि 7 दिसंबर 2024 की सुबह करीब 11:33 बजे उनेका मोबाइल पर वहाट्सऐप कॉल आया. जब कॉल करने का कारण पूछा तो मोबाइलधारक ने अपने को क्राइम शाखा का एसएचओ बताया और कहा कि आपका बेटा क्षितिज कुमार मुंडा रेप केस में फंस गया है. इसे को लेकर कॉल किया है.
बेटा भुवनेश्वर में पढ़ाई कर रहा है. मोबाइल धारक ने उसे कहा कि यदि अपने बेटे को सुरक्षित बचाना चाहते है तो तुरंत एक नंबर दे रहा हूं. उसमें फोन पे या गुगल पे द्वारा रुपये ट्रांसफर कर दें. यह बात सुनकर उसने पूछा कि कितने रुपये भेजना है, तब ठग ने एक लाख 80 हजार रुपये मांगें. उसने बेटे से बात कराने को कहा तो एक बच्चा का रोने की आवाज आयी और मुझे बचा लो. यह आवाज सुनकर उसने कहा कि एक लाख रुपये ट्रांसफर कर सकती हूं. इसके बाद ठग ने एक नंबर दिया जो अखिल के नाम पर था. उसने 20 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया.
इसके बाद बाकी बचे 80 हजार रुपये ट्रांसफर नहीं हुआ तो ठग ने दो नबंर देते हुए कहा कि जल्दी रुपये ट्रांसफर कर दीजिए. नंबर में सुमित कुमार पासवान और मनीष कुमार नाम आया. जब इस दोनों पर रूपये ट्रांसफर नहीं हुआ तो और एक नंबर जो एक्सिस बैंक का खाता नंबर था उसमें ब्रजलाल नाम आया. इसके बाद उसने एटीएम के माध्यम से 40-40 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया. जब रुपये देने के बाद उसने बच्चे से बातचीत कराने को कही तो ठग ने उसे कहा कि रुपये भेजने में काफी देर कर दी, जिसके कारण केस ऊपर चला गया है.
तुरंत और 50 हजार रुपये भेजिए. भुक्तभोगी ने और 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये. इसके बाद भुक्तभोगी ने अपने पति डॉ शिवचरण हांसदा को फोन कर कहा कि बेटा से एक बार बात कर लें. जब डॉक्टर श्री हांसदा ने बेटे से बात की तो उनका बे हॉस्टेल में सुरक्षित है. तब उसे आभास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गयी.