Ranchi. सरकार कई तरीके से गरीब-गुरबों की मदद करती है. लेकिन स्वतंत्र रूप से आप कोई सपना नहीं देख पाते हैं. आज हमने एक ऐसी व्यवस्था की है, जिसमें आप सपना भी देखेंगे ओर उसे पूरा करने की क्षमता भी रहेगी. यह बात सोमवार को मंईयां सम्मान योजना के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही. मौके पर उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब हमने एक हजार रुपये देना शुरू किया, तो हमारा मजाक उड़ाया गया.
उसके बाद खुद 2100 रुपये देने का झूठा वादा किया गया. जब हमने कहा कि 2500 रुपये देंगे, तो हमसे पूछा गया कि कहां से लायेंगे पैसा. हमने कहा कि हम देंगे, जहां से आप लूटते रहे हैं. कई राजनीतिक दल झूठे वायदे करते हैं, झूठे सपने दिखाते हैं. चुनाव आता है, तो स्टार प्रचारक उतारते हैं. वह लोग केवल पुरुष से ही पूछते थे कि किसे वोट करेंगे. लेकिन आपका यह विश्वास ही था कि आज यह सरकार बनी है. आपने चुनाव में हम पर पुन: विश्वास करके कमाल कर दिया. सीएम ने कहा कि विगत चुनाव में आपने कमाल ही कर दिया. इसके लिए कोटि-कोटि धन्यवाद, जो सम्मान आपने मुझे दिया.
मुख्यमंत्री ने महिलाओं से पैसे का सही इस्तेमाल करने की नसीहत देते हुए कहा कि बिजली भी हमने फ्री कर दी. किताब-कॉपी और छात्रवृति भी दे रहे हैं. लेकिन इसके आगे क्या होगा, इसके बारे में सोच नहीं पा रहे थे. पांच किलो राशन से केवल पेट पालना होता था और धोती-साड़ी से तन ढंकते थे. लेकिन आज इससे आगे बढ़ने की जरूरत है. आप अपने बच्चों को पढ़ा सकती हैं.
आप इस पैसे से गैस सिलिंडर भी खरीद सकती हैं. किताब, कपड़ा और पेन खरीद सकती हैं. सरकार जो अब अनाज देती है, उसी पर जिंदा रहने की जरूरत नहीं है. आप अपने और बच्चों के लिए पौष्टिक तत्व खरीद सकती हैं. इस पैसे से हर महीने दस-दस मुर्गी खरीदकर अंडा पैदा कर सकती हैं. बाजार में बेचकर पैसे कमा सकती हैं. पैसे का मूल्य क्या होता है, वह महिलाओं से अधिक कोई नहीं समझ सकता है.
मौके पर मुख्यमंत्री ने कई महिलाओं को मंईयां योजना के तहत सांकेतिक रूप से चेक एवं स्वीकृति पत्र प्रदान किया. तेरेसा देवी, समा प्रवीण, लक्ष्मी देवी, कविता कुमारी, अभिशिका मधुर, दीपा कुमारी, सुशीला मुर्मू और लक्ष्मी मुंडा मीना को चेक प्रदान किया, वहीं कमर यासिमी, अंजनी देवी, बरखा कुमारी शर्मा और चिंता देवी को स्वीकृति पत्र प्रदान किया.