- हाथी के बच्चे को रेस्क्यू कर जमशेदपुर ले जाया गया, यहां बच्चे को स्लाइन चढ़ाया गया
Galudih. गालूडीह थाना के नरसिंहपुर पहाड़ से सटे डुमकाकोचा गांव के पास रविवार सुबह एक हाथी का बच्चा ठंड लगने से बेहोश हो गया. इसके बाद हाथियों ने नरसिंहगढ़ सड़क को जाम कर दिया. दर्जनों बाइकों को क्षतिग्रस्त कर दिया और फसलों को रौंदकर बर्बाद कर दिया. दो बड़े हाथी अपने बच्चे को सूंड से हिलाकर उठाने का प्रयास कर रहे थे. बच्चा के नहीं उठने से दोनों हाथी उग्र हो गये. दर्जन बाइकों को हाथियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया और सब्जी खा गये. दोनों बड़े हाथी इधर-उधर मंडरा रहे थे. लगातार चिंघाड़ मार रहे थे. दोनों हाथी बच्चे के नहीं उठने से गुस्से में थे. इस दौरान दोनों हाथी गालूडीह से नरसिंहपुर होते हुए बांदवान जाने वाली मुख्य सड़क पर आ गये. सड़क को जाम कर दिया. काफी देर तक मुख्य सड़क पर हाथी खड़े रहे. इससे आवागमन ठप हो गया.
सूचना पाकर घाटशिला के रेंजर विमद कुमार टीम के साथ डुमकाकोचा पहुंचे. वन विभाग सुबह से शाम तक हाथी के बच्चे को रेस्क्यू करने का प्रयास करता रहा. जब भी वन विभाग की टीम हाथी के बच्चे के पास पहुंचती, दोनों बड़े हाथी दौड़ा देता. काफी मशक्कत के बाद देर शाम को वन विभाग की टीम को सफलता मिली. हाथी के बच्चे को रेस्क्यू कर जमशेदपुर ले जाया गया. यहां बच्चे को स्लाइन चढ़ाया गया.
दोनों बड़े हाथी अब भी डुमकाकोचा के पास डेरा डाले है. बच्चे को ले जाने के दौरान दोनों हाथियों ने वन विभाग के वैन को काफी दूर तक खदेड़ा. रात तक दोनों हाथी चिंघाड़ मारते रहे. इससे डुमकाकोचा, नरसिंहपुर, द्वारसीनी, आसनपानी आदि गांवों के ग्रामीण दहशत में हैं. डुमकाकोचा के मुखिया प्रतिनिधि सुनील सिंह बताया कि आज सुबह दो बड़ा हाथी और बच्चा सातगुड़ुम नदी पारकर यहां पहुंचा था.