New Delhi. केंद्रीय मंत्री ने ‘इंडिया इकोनॉमिक एन्क्लेव-2024’ में कहा कि भारतीय डाक के देश भर में लगभग 6,40,000 बिक्री केंद्र हैं और दुनिया में कोई भी इसके पैमाने की बराबरी नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा, अगले तीन-चार साल में हम जन-केंद्रित सेवा बन जाएंगे. हमने आज विदेश मंत्रालय के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत हम पासपोर्ट सेवा केंद्रों के लिए 600 और नेटवर्क स्थापित करेंगे. उम्मीद है कि हमारे नेटवर्क के माध्यम से प्रति वर्ष एक करोड़ नागरिकों को सेवा मिलेगी.
साल 2017 में शुरू पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) 1.52 करोड़ से अधिक नागरिकों को पासपोर्ट से संबंधित सेवाएं मुहैया करा चुका है. पिछले कुछ वर्षों में पीओपीएसके का नेटवर्क काफी बढ़ गया है और देशभर में इसके 442 केंद्र संचालित हैं. एक आधिकारिक नोट के अनुसार, 2028-29 तक देश भर में 600 अतिरिक्त पीओपीएसके स्थापित किए जाएंगे.
सिंधिया ने कहा, “हम डाक, जीवन बीमा और आरपीएलआई (ग्रामीण डाक जीवन बीमा) का भी विस्तार करेंगे. और निश्चित रूप से, मुख्य आधार पार्सल ही होगा.” उन्होंने कहा कि डाक विभाग खुद को एक लॉजिस्टिक कंपनी के रूप में बदल रहा है..