

Ranchi. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत हेमंत सोरेन सरकार और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता पर हमला तेज करते हुए आरोप लगाया कि सेवानिवृत्ति की तिथि के बाद भी उनका पद पर बने रहना न केवल असंवैधानिक है, बल्कि गंभीर खतरा भी पैदा करता है. पार्टी ने आरोप लगाया कि गुप्ता का शीर्ष पद पर बने रहना अपराध में लिप्त रहने और अवैध गतिविधियों को संरक्षण देने” के इरादे से है.

भाजपा ने झारखंड की स्थिति को “असामान्य और चिंताजनक बताया. वर्ष 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्ता को 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त होना था, लेकिन उनके पास यह प्रभार अब भी है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों से कहा कि 30 अप्रैल को सेवानिवृत होने के बाद भी डीजीपी को पद पर बनाये रखना गैरकानूनी और असंवैधानिक है. अब मुझे डर है कि हेमंत सोरेन के पसंदीदा डीजीपी के जरिये कहीं भी किसी पर भी हमला किया जा सकता है.’’
उन्होंने कहा कि देश में शायद ही कोई दूसरा राज्य हो, जो इस तरह की स्थिति का सामना कर रहा हो. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड संवैधानिक रूप से पिछले 23 दिनों से डीजीपी विहीन है. विपक्ष के नेता 30 अप्रैल से ही गुप्ता के पद पर बने रहने का मुखर विरोध कर रहे हैं. हाल में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘‘बेशर्मी की भी एक हद होती है, लेकिन हेमंत सोरेन नीत झामुमो सरकार उसे भी पार कर गयी है. झारखंड देश का पहला राज्य बन गया है, जहां डीजीपी का पद खाली है और डीजीपी के पद पर कार्यरत व्यक्ति बिना वेतन के काम कर रहा है.
