

Jamshedpur.. आदिवासी-मूलवासी समाज के लोगों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों से शनिवार को करम पर्व मनाया. युवाओं ने जंगल से करम डाली को पूरे आदर और श्रद्धा के साथ लाकर उसे करम अखड़ा में स्थापित किया. इसके बाद समाज के सभी महिला, पुरुष और बच्चे करम अखड़ा में एकत्रित हुए और करम देवता की सामूहिक पूजा-अर्चना की. करम देवता की पूजा अर्चना के लिए उरांव समाज व मुंडा समाज सीतारामडेरा, तुरी समाज स्लैग रोड, मुखी समाज भालूबासा, बिरसानगर, मानगो, शंकोसाई, शास्त्रीनगर समेत अन्य जगहों पर सैकड़ों लोगों का शाम में जुटान हुआ. पूजा के दौरान करम देवता की कृपा से परिवार के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की गई. करम अखड़ा में युवतियों ने जावारानी माता की श्रद्धा व भक्तिभाव से पूजा अर्चना की. उसे धूप-दीप दिखाकर जगाया व उनसे आशीष मांगा. पूजा अर्चना के दौरान पारंपरिक पुजारी पाहान ने समाज के लोगों को कर्मू और धर्मू की प्रेरणादायक कहानी सुनाई.

