कटरा. जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की प्राकृतिक गुफा को मंगलवार को मकर संक्रांति उत्सव के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि विशेष पूजा-अर्चना के बाद पुरानी गुफा के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. इस पूजा-अर्चना में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग भी शामिल हुए. मंदिर के गर्भगृह के भीतर स्थित प्राकृतिक गुफा को आमतौर पर सर्दियों के महीनों में खोला जाता है जब श्रद्धालुओं की भीड़ कम होती है. कई श्रद्धालु प्राकृतिक गुफा के माध्यम से मंदिर में ‘दर्शन’ करने के लिए बेसब्री से दिन का इंतजार करते हैं. यह गुफा सुरक्षा कारणों से साल के अधिकांश समय बंद रहती है.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने कहा कि आज से श्रद्धालुओं के लिए प्राकृतिक गुफा खुली है जो श्रद्धालुओं की भीड़ पर निर्भर करती है. हम तीर्थयात्रियों को पुरानी गुफा के दर्शन की अनुमति तभी देंगे जब उनकी संख्या 10,000 से कम होगी ताकि उन्हें किसी असुविधा का सामना न करना पड़े.
उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा नई गुफा से सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है जिसमें बिना किसी कठिनाई के बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि नए साल की शुरुआत से 1.50 लाख से अधिक तीर्थयात्री गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास गुफा मंदिर में रोजाना लगभग 10,000 से 15,000 तीर्थयात्री आते हैं. आमतौर पर सप्ताहांत के दिनों में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ जाती है. उन्होंने उम्मीद जताई कि प्राकृतिक गुफा के खुलने के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. पिछले साल 94.83 लाख तीर्थयात्रियों ने श्रद्धेय मंदिर में प्रार्थना की जो एक दशक में आगंतुकों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या थी.