Dhanbad. पश्चिम बंगाल प्रशासन द्वारा शुक्रवार को नौवें दिन भी ट्रक के माध्यम से झारखंड में आलू भेजने पर पाबंदी रखी गयी है. हालांकि पिकअप वैन, टेंपो के माध्यम से डिबूडीह के अलावा चिरकुंडा, मैथन डैम के रास्ते कम मात्रा में आलू तिरपाल या प्लास्टिक बांध कर झारखंड प्रवेश कराया जा रहा है. बंगाल के आलू व्यापारियों द्वारा बंगाल बॉर्डर में ही आसपास के किसी बाउंड्रीवॉल के अंदर ट्रकों को अनलोड करवाया जा रहा है. इसके बाद उसे छोटी गाड़ियों से झारखंड में प्रवेश करवाया जा रहा है. छोटी गाड़ियों पर विशेष जांच नहीं है. यह सब बॉर्डर पर सेटिंग-गेटिंग कर किया जा रहा है. हालांकि, बाजार में आलू की कीमत में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है. उत्तर प्रदेश और बिहार से आने वाला नया आलू बाजारों में खूब बिक रहा है. बंगाल में उत्पादित आलू को झारखंड भेजने के लिए पश्चिम बंगाल के व्यापारी भी परेशान हैं. जानकार सूत्रों के अनुसार बंगाल के व्यापारी बंद कंटेनर में आलू झारखंड भेज रहे हैं.
Potato Crisis:नौवें दिन भी बंगाल से नहीं पहुंचा आलू, अवैध रूप से आलू लदे बंद कंटेनर हो रहे पास
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