रांची. भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सेवानिवृत्त कर्नल संजय सिंह ने गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देश में राजनीति का प्रतिफल देश के खिलाफ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. सेना में भर्ती होनेवाले अग्निवीर को पहले वर्ष 4.76 प्रतिवर्ष से चौथे वर्ष 6.92 लाख रुपए तक दिया जाता है. इस योजना के तहत चार वर्ष बाद सेना में ही पच्चीस प्रतिशत को रख लिया जाता है. बाकियों को राज्य सरकार, पीएसयू तथा अन्य जगहों पर नौकरी सुनिश्चित करने के लिए एमओयू किया गया है.
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के लिए 11 लाख 71 हजार रुपए भी दिये जाते हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जनवरी में वीरगति प्राप्त अग्निवीर अजय सिंह के परिवार से मिल कर संसद में कहा कि ना ही शहीद को कोई सम्मान मिला, न ही शहीद परिवार को सरकार ने कोई सहायता दी. यह एकदम ही झूठा बयान दिया गया था. सरकार ने उस वीरगति प्राप्त अग्निवीर का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया और नेक्स्ट ऑफ किन को एक करोड़ पैंसठ लाख रुपये दिये.
श्री सिंह ने कहा कि कारगिल युद्ध के बाद भारतीय सेना ने अपने फाइटिंग फोर्स को युवा बनाने हेतु कारगिल वार कमीशन 1999 का गठन किया था. इसका प्रतिफल अग्निवीर है. यह योजना चीन और अमेरिका में भी लागू है. मौके पर कर्नल आनंद भूषण, सूबेदार मेजर सुरिष्ठ कुमार, प्रकोष्ठ के पूर्व संयोजक रंजन सिंह मौजूद थे.