New Delhi. स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह वैश्विक रुझानों, विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. इस सप्ताह बृहस्पतिवार से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के साथ तिमाही नतीजों का सीजन शुरू होने जा रहा है. विश्लेषकों का कहना है कि वृहद आर्थिक आंकड़े और रुपये-डॉलर का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के वरिष्ठ शोध विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा, ‘चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के नतीजों की शुरुआत इसी सप्ताह होने जा रही है. सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज टीसीएस और टाटा एलेक्सी बृहस्पतिवार यानी नौ जनवरी को अपनी वित्तीय नतीजों की घोषणा करेंगी. निवेशकों की निगाह व्यक्तिगत शेयरों के प्रदर्शन पर रहेगी. उन्होंने कहा कि तिमाही नतीजों के बाद बाजार का ध्यान आगामी आम बजट और डोनाल्ड ट्रंप 2.0 प्रशासन के नीतिगत निर्णयों पर रहेगा.
गौड़ ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) शुद्ध बिकवाल रहे हैं, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) लिवाल बने हुए हैं. एफआईआई और डीआईआई के बीच इस तरह का ‘संघर्ष’ आगे भी जारी रहेगा और यह इस सप्ताह बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘नए साल के दूसरे सप्ताह को देखते हुए कई प्रमुख घटनाक्रम बाजार की धारणा प्रभावित कर सकते हैं. तिमाही नतीजों की शुरुआत टीसीएस के साथ होगी. तीसरी तिमाही के बेहतर नतीजों से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी का रुख पलट सकता है. इसके अलावा आगे के संकेतों के लिए निवेशकों की निगाह एचएसबीसी सेवा पीएमआई और औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़ों पर रहेगी.