New Delhi. भुवनेश्वर में आठ जनवरी से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में दुनिया भर में भारतीय प्रवासियों की उपलब्धियों और योगदान तथा भारत के साथ उनके जुड़ाव को और प्रगाढ़ करने के तरीकों पर मुख्य जोर होगा. सम्मेलन में प्रवासी भारतीय निवेशकों को आकर्षित करने के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि, नीतिगत सुधार और कई प्रमुख क्षेत्रों में विकास की प्रगति को भी प्रदर्शित किए जाने की संभावना है. अठारहवें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन में 50 से अधिक देशों के शीर्ष व्यापारियों, उद्यमियों और अर्थशास्त्रियों सहित बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों के भाग लेने की उम्मीद है. 1915 में महात्मा गांधी के भारत लौटने के उपलक्ष्य में 9 जनवरी को पीबीडी मनाया जाता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नौ जनवरी को इस कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन करेंगे.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, इसमें मुख्य अतिथि त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू का डिजिटल तरीके से संबोधन होगा. सम्मेलन का विषय ‘विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 जनवरी को समापन भाषण देंगी. वह प्रवासी भारतीय सदस्यों को उनकी उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2025 प्रदान करेंगी. कार्यक्रम की तैयारी के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि सम्मेलन में भारत की आर्थिक वृद्धि, नीतिगत सुधार और कई प्रमुख क्षेत्रों में देश के विकास की गति को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य प्रवासी भारतीयों के साथ देश के जुड़ाव को मजबूती प्रदान करना है. उन्होंने कहा कि देश को एक आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में भी प्रदर्शित किया जाएगा. इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा ओडिशा सरकार के साथ साझेदारी में किया जा रहा है.
सम्मेलन में यह होगा खास
प्रधानमंत्री मोदी प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में चार प्रदर्शनियों का भी उद्घाटन करेंगे, जिनमें से एक का शीर्षक ‘विश्वरूप राम – द यूनिवर्सल लीगेसी आफ रामायण’ है. विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि यह प्रदर्शनी पारंपरिक और समकालीन कला रूपों के संयोजन के माध्यम से रामायण के कालातीत महाकाव्य को प्रस्तुत करेगी. दूसरी प्रदर्शनी प्रौद्योगिकी और विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों के योगदान पर होगी. यह दुनिया में प्रौद्योगिकी के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान का उल्लेख करेगी. एक अन्य प्रदर्शनी दुनिया में प्रवासी भारतीयों के प्रसार और विकास पर होगी. इसमें गुजरात के मांडवी से ओमान के मस्कट गए लोगों के दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शित किए जाएंगे.
सम्मेलन में पांच विषयगत पूर्ण सत्र होंगे
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में पांच विषयगत पूर्ण सत्र होंगे, जिनमें से एक ‘बिल्डिंग ब्रिजेस, ब्रेकिंग बैरियर्स: स्टोरीज आफ माइग्रेंट स्किल्स’ और दूसरा ‘बियान्ड बार्डर्स: डायसपोरा युथ लीडरशिप इन ए ग्लोबलाइज्ड वर्ल्ड’ शीर्षक से होगा. तीसरा पूर्ण सत्र ‘ग्रीन कनेक्शंस: डायसपोराज कन्ट्रिब्यूशंस टू सस्टेनेबल डेवलप्मेंट’ होगा. एक अन्य ‘डायसपोरा दिवस: सेलीब्रेटिंग वूमेंस लीडरशिप एंड इन्फ्लूएंस-नारी शक्ति’ होगा. विदेश मंत्रालय ने कहा कि युवा प्रवासी भारतीय दिवस 8 जनवरी को आयोजित किया जाएगा.