भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री का चला चाबुक, 29 इंजीनियरों पर मामला दर्ज की दी मंजूरी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भ्रष्टाचार पर चाबुक चलाते हुए 29 इंजीनियरों, लोक सेवकों के खिलाफ एसीबी को प्राथमिकी दर्ज कर जांच की अनुमति दे दी है। ऐसे कुछ और मामले पर शीघ्र ही अनुमति दिए जाने की चर्चाएं भी चल रही है।
धनबाद के गोविंदपुर और निरसा प्रखंड के पंचायतों में वर्ष 2010 से 11 वर्ष 2013-14 में लगाए गए नलकूप एवं अन्य योजनाओं में अनियमितता से जुड़े मामले में 29 इंजीनियरों लोक सेवकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर एसीबी को जांच की अनुमति दी गई है । पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को गोविंदपुर और निरसा प्रखंड में नलकूप लगाना था ,पर बगैर नलकूप लगाए करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर निकासी कर ली गई है।
वर्ष 2018 में विभागीय जांच के बाद एसीबी जांच की अनुशंसा की गई थी। जिसमें कई अनियमितताएं साबित होने पर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा 29 इंजीनियरों और लोक सेवकों के विरुद्ध एसीबी को प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने की अनुमति दे दी गई है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा की गई एक साथ इतनी बड़ी पहली करवाई है। वही प्राप्त जानकारी के अनुसार अब मुख्यमंत्री सभी विभागों के कार्यों पर निगरानी रख, जांच करा सकते हैंl
ए के मिश्र।