Chaibasa. कोल्हान विश्वविद्यालय में पिछले कई वर्षों से वंचित नॉन टीचिंग स्टाफ का लंबित सातवां वेतनमान भुगतान की स्वीकृति एचआरडी से मिल गई. अब नॉन टीचिंग कर्मचारियों के सातवां वेतनमान का भुगतान हो जाएगा. पिछले कई वर्षों से लंबित समस्या का समाधान एचआरडी ने कर लिया है.
विश्वविद्यालय के लगभग सभी नॉन टीचिंग स्टाफ का भुगतान कर दिया जाएगा. हालांकि, वैसे नॉन टीचिंग स्टाफ का मामला अब भी फंसा है, जिनकी योगदान के दौरान ही कागजी प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई थी. वैसे लगभग 15 कर्मचारियों के मामले का अब तक निपटारा नहीं किया गया है. जल्द ही इन कर्मचारियों का भुगतान भी सातवां वेतनमान के आधार पर किया जाएगा.
पिछले कई वर्षों से लगातार एचआरडी के चक्कर नॉन टीचिंग स्टाफ भी लगा रहे थे. कई कर्मचारी तो कोर्ट का भी चक्कर लगा चुके हैं. अभी मामला कोर्ट में है. अब एचआरडी की ओर से सातवां वेतनमान संबंधित मामले का सुधार कर लिया गया.
विश्वविद्यालय ने भी सिंडिकेट में पारित कर सभी नॉन टीचिंग स्टाफ का सातवां वेतनमान लागू कर भेज दिया था. लेकिन एचआरडी ने इसकी स्वीकृति नहीं दी थी, अब एचआरडी की ओर से भी स्वीकृति मिलने के बाद सभी नॉन टीचिंग स्टाफ का भुगतान सातवें वेतनमान के आधार पर होगा. इसके अलावा वैसे नॉन टीचिंग स्टाफ जिनकी लंबे समय से एरियर की राशि रुकी हुई है, उस राशि का भी भुगतान जल्द ही कर दिया जाएगा.
बता दें कि कोल्हान विश्वविद्यालय में ऐसे नॉन टीचिंग स्टाफ भी हैं, जिनका निधन हो चुका है. जबकि नॉन टीचिंग स्टाफ रिटायर हो चुके हैं. उन्हें भी पदोन्नति के साथ सातवें वेतनमान का लाभ मिलेगा.