झारखंड में हुए लोक सभा चुनाव में आजसू एनडीए के सहयोगी दल के रूप में चुनाव लड़कर रामगढ़ लोकसभा क्षेत्र से अपने एकमात्र प्रत्याशी चंद्र प्रकाश चौधरी को विजय बनाने में सफल रही.
केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी कैबिनेट में आजसू के एकमात्र सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी को मंत्रालय ना मिलने पर तमाम चर्चाएं चौक चौराहे पर हो रही है.
ज्ञात हो कि वर्तमान नरेंद्र मोदी सरकार में कई ऐसे सांसद को मंत्री बनाया गया है,जो अपने दल से एकमात्र सांसद चुने गए हैं. अतः इस प्रकार चर्चा होना आम बात है.
वहीं दूसरी ओर झारखंड राजनीति के भीष्म पितामह समझे जाने वाले लोगों का कहना है कि आजसू आगामी विधानसभा चुनाव में खुद को 2014 से ज्यादा मजबूत करने के लिए प्रयासरत है, ऐसे में आजसू ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह ना मांग कर खुद को 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए बेहतर ढंग से चुनावी पिच को तैयार कर रही है.
ज्ञात हो कि आजसू वर्ष 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ी थी आजसू ने वर्ष 2014 में जुगसलाई से अपने प्रत्याशी रामचंद्र सहिस ,लोहरदगा से कमल किशोर भगत, तमाड़ से विकास कुमार मुंडा, रामगढ़ से चंद्र प्रकाश चौधरी एवं टुंडी विधानसभा से राज किशोर महतो को जितवाने में सफल रही थी.
वहीं दूसरी ओर वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू का भारतीय जनता पार्टी के साथ तालमेल नहीं हो पाया था ऐसे में आजसू एवं भाजपा ने अपने-अपने प्रत्याशी को अलग-अलग उतारा था.
परिणाम स्वरूप वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू को पांच के बजाय मात्र दो सीट पर जीत हासिल हो पाई .जिसमें आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो सिल्ली से एवं लंबोदर महतो गोमिया विधानसभा से चुनाव जीतने में सफल रहे थे.
ऐसे में सूत्रों की माने तो वर्ष 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव में सुदेश महतो आजसू को और अधिक मजबूत करने के लिए अंदर ही अंदर मास्टर प्लान तैयार कर रहे हैं.
कुमार मनीष,9852225588