पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन और चंपाई सोरेन के साथ भोगनाडीह के पंचकठिया पहुंचे.
*साहिबगंज* . हूल दिवस पर सिदो-कान्हू और फूलो-झानो को श्रद्धांजलि देने के लिए रविवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन और चंपाई सोरेन के साथ भोगनाडीह के पंचकठिया पहुंचे. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित अन्य ने सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. सीएम ने फूलो-झानो की प्रतिमा का अनावरण किया. इसके बाद सभी पंचकठिया स्थित क्रांति स्थल पहुंचे और पुष्प अर्पित कर नमन किया. नेताओं ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात भी की.
हेमंत सोरेन ने यहां ‘हूल दिवस’ के मौके पर एक रैली को संबोधित करते हुए ‘सामंती ताकतों’ को खदेड़ने के लिए ‘विद्रोह’ की घोषणा की और कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पूरे देश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बाहर कर देगा.
सोरेन ने दावा किया कि जेल से उनकी रिहाई के बाद भाजपा ‘‘घबरा गयी’’ है और उसके नेता फिर से उनके खिलाफ ‘‘साजिश’’ रच रहे हैं.
उन्होंने कहा, अपनी रिहाई के बाद मैं पहली बार ‘हूल दिवस’ पर आपको संबोधित करने के लिए अपने घर से बाहर निकला हूं. यह हम सभी के लिए प्रेरणा का दिन है. अंग्रेजों के खिलाफ संथाल विद्रोह की तरह हम झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश से सामंती ताकतों को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए ‘हूल विद्रोह’ का ऐलान करते हैं.
मुझे झूठे मामलों में फंसाया गया…
सोरेन ने कहा, ‘‘मुझे झूठे मामलों में फंसाया गया… केंद्र सरकार अपने खिलाफ आवाज उठाने वालों को प्रताड़ित करने के लिए अपनी जांच एजेंसियों को लगा देती है. मुझे जेल से बाहर आए अभी दो दिन ही हुए हैं, लेकिन भाजपा घबराई हुई है। पार्टी के शीर्ष नेता झारखंड में बार-बार आ रहे हैं और मेरे खिलाफ फिर से साजिश रच रहे हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड को क्रांतिकारियों की भूमि के रूप में जाना जाता है और हम जेल, लाठी या फांसी से नहीं डरते.
झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा धनशोधन मामले में जमानत दिए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री को शुक्रवार को बिरसा मुंडा जेल से रिहा कर दिया गया था.
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था.