हरिद्वार. उत्तराखंड में सोमवार से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए पुलिस और प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. वहीं, योग गुरु रामदेव ने कांवर मार्ग पर स्थित होटल, रेस्तरां और ढाबा के बाहर मालिक का नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखने संबंधी आदेश को रविवार को सही ठहराते हुए कहा कि किसी को अपना परिचय देने में परेशानी नहीं होनी चाहिए.
हरिद्वार में रामदेव ने इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि अपने नाम पर तो सबको गर्व होता है और उसे छिपाने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने सवाल किया, जब रामदेव को अपनी पहचान बताने में कोई दिक्कत नहीं है, तो रहमान को क्यों दिक्कत होनी चाहिए.
रामदेव ने कहा कि नाम छिपाने की नहीं, बल्कि अपना काम सच्चाई और ईमानदारी के साथ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो बातें गढ़ी जा रही हैं, वे गलत हैं.
योग गुरु ने कहा, ‘यदि काम सच्चाई और ईमानदारी के साथ किया जाता है, तो फिर चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम या फिर किसी अन्य धर्म व वर्ग का हो, उसे अपने आप पर गर्व होना चाहिए. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार ने कांवर यात्रा मार्ग पर खाने-पीने के सामान का व्यवसाय करने वाले होटल, रेस्तरां, ढाबा, रेहड़ी-ठेली वालों को साइनबोर्ड लगाकर मालिक का नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखने का आदेश दिया है. इस मुद्दे पर विपक्षी दलों के विरोध के बारे में रामदेव ने कहा कि विरोध और समर्थन के पीछे उनकी राजनीतिक मंशा संभव है.
जयंत चौधरी ने की आलोचना
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने रविवार को उप्र सरकार के उस आदेश की आलोचना की जिसमें कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित भोजनालयों के मालिकों से कहा गया है कि वे अपनी दुकानों पर मालिकों के नाम प्रदर्शित करें.
राज्यसभा सदस्य चौधरी ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि यह आदेश बिना सोचे-समझे लिया गया और सरकार इस पर इसलिए अड़ी हुई है क्योंकि निर्णय हो चुका है. कभी-कभी सरकार में ऐसी चीजें हो जाती हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या निर्णय वापस लिया जाना चाहिए, उन्होंने कहा, ‘अभी भी समय है कि इसे (वापस) लिया जाए या सरकार को इसे (लागू करने) पर ज्यादा जोर नहीं देना चाहिए.’