Jamshedpur. हावड़ा-मुंबई मेल हादसा को लेकर गुरुवार को चक्रधरपुर के डीआरएम सभागार में रेलकर्मियों से लंबी पूछताछ चली. दक्षिण पूर्व रेलवे कोलकाता के मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) बृजेश कुमार मिश्रा ने लोको पायलट से लेकर कीमैन तक के बयान दर्ज किये. हादसे की तह तक जाने के लिए 34 रेलकर्मियों के बयान लिये गये. सीआरएस ने मालगाड़ी व हावड़ा-मुंबई मेल के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, की-मैन, गैंग मैन, स्टेशन मास्टर समेत अन्य रेलकर्मियों के बयान दर्ज किये.
रेल मंडल के विद्युत (परिचालन), इंजीनियरिंग, यांत्रिक, वाणिज्य, विद्युत (टीआरडी) संकेत, परिचालन विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे. रेलकर्मियों के बयान व ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर सीआरएस रिपोर्ट तैयार की जायेगी. हादसे के बाद से सीआरएस ने घटना स्थल पर निरीक्षण किया था. रेलवे के नियम पुस्तिका के अनुसार वरीय अनुभाग अभियंता, ट्रेन मैनेजर व लोको पायलट ने रेलवे द्वारा तय दिशा निर्देश का कितना पालन किया. इसके अलावे रेलकर्मियों को कई बिंदुओं पर पूछताछ की.
ट्रेन के पेट्रीकार के मालिक, टीटीई व कोच अटेंडरों का भी बयान लिया जायेगा. इसके लिये उन्हें चक्रधरपुर आने को कहा गया है. मालूम रहे कि बड़ाबांबो के समीप मालगाड़ी के डिब्बे से हावड़ा-मुंबई मेल टकरा गयी थी. इस हादसे में दो यात्रियों की मौत हुई थी. 20 यात्री घायल हुए थे. इस मामले में रेलवे की संयुक्त जांच हो चुकी है. मालूम रहे कि सीएसआर की जांच बहुत महत्वपूर्ण व निष्पक्ष होता है.