Paris. भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद कहा कि सपना स्वर्ण का था, लेकिन लगातार दूसरे ओलंपिक में कांस्य जीतकर इस टीम ने साबित कर दिया है कि यह दुनिया में किसी भी टीम को हरा सकती है. पेरिस ओलंपिक में दस गोल करने वाले हरमनप्रीत ने कहा ,‘सबसे अहम बात है कि हमने लगातार दो ओलंपिक पदक जीते जो साबित करते हैं कि भारतीय हॉकी का ग्राफ ऊपर जा रहा है. हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं. यह देश के लिये और हमारे लिये बड़ी बात है.
उन्होंने जियो सिनेमा से कहा ,‘इस मुकाम पर इंतजार लंबा होता है. एक हॉकी खिलाड़ी के लिये यह आसान नहीं होता. हमें खुशी है कि हम एक टीम की तरह खेले और एक दूसरे पर भरोसा रखा. कोचों को भी धन्यवाद. उन्होंने कहा ,‘हमारा सपना स्वर्ण पदक जीतने का था और सभी को भरोसा था कि हम जीतेंगे. मैं माफी मांगना चाहता हूं क्योंकि हम करीब से चूक गए लेकिन यह पदक भी हमारे लिये सब कुछ है.