Jamshedpur. टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से दो दिन पहले गठित जेडीसी और ज्वाइंट कमेटियों का अब विरोध शुरू हो गया है. इसे लेकर छह कमेटी मेंबरों ने एक लिखित ज्ञापन सौंपा है. इसमें बताया गया कि इस तरह जेडीसी का गठन करना गलत है. दरअसल, कई बड़े विभागों को एक साथ समायोजित कर दिया गया है, जिस कारण कर्मचारियों की आवाज संयुक्त मंच तक नहीं पहुंच सकेगी. कारपोरेट फंक्शन को प्रोक्योरमेंट में समायोजित करना गलत है, क्योंकि पहले से ही कारपोरेट फंक्शन में करीब 550 से 600 कर्मचारी है.
इसका समायोजन परचेज (प्रोक्योरमेंट) व इंजीनियरिंग विभागों के साथ कर दिया गया है, जिसके बाद इसकी संख्या 1100 से अधिक हो गयी है. ऐसे में उनके बैठने का इंतजाम नहीं हो पायेगा, वे लोग नन वर्कर्स वाले हैं, जिस कारण वर्कर्स की बैठक में भाग लेना मुश्किल होगा. कारपोरेट सर्विसेज के कमेटी मेंबर संजय पांडेय, लैंड व एस्टेट के कमेटी मेंबर शिवशंकर सिंह, स्पोटर्स व इंप्लायमेंट ब्यूरो के कमेटी मेंबर बिनोद ठाकुर, एकाउंट अरबन सर्विसेज व ऑडिट के कमेटी मेंबर ओमप्रकाश शर्मा, एविएशन और इंटीलिजेंस के कमेटी मेंबर दिलीप कुमार, इंजीनियरिंग व प्रोजेक्ट के उमेश कुमार ने इसको लेकर लिखित में विरोध दर्ज कराया है.