- इस्पात आयात 2023-24 में 38 प्रतिशत बढ़कर 83.19 लाख टन हो गया है, जो भारत को इसका शुद्ध आयातक बनाता है
New Delhi. आयात बढ़ने के कारण घरेलू इस्पात की कीमतें तीन साल के निचले स्तर पर आ गई हैं. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
बाजार शोध कंपनी बिगमिंट ने एक रिपोर्ट में कहा कि हॉट रोल्ड कॉइल्स (एचआरसी) की कीमत गिरकर अब 51,000 रुपये प्रति टन पर आ गई हैं जो अप्रैल, 2022 में 76,000 रुपये प्रति टन थीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, कोल्ड रोल्ड कॉइल्स (सीआरसी) की कीमत अप्रैल, 2022 में 86,300 रुपये प्रति टन से गिरकर 58,200 रुपये प्रति टन हो गई है. इन कीमतों में वस्तु पर लगने वाला 18 प्रतिशत जीएसटी शामिल नहीं है. बिगमिंट ने कहा, भारत में एचआरसी और सीआरसी की दरें तीन साल के निचले स्तर पर कारोबार कर रही हैं. आयात में उछाल से घरेलू कीमतों पर असर पड़ा है, जिससे मांग प्रभावित हुई है.
आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में आयात 68 प्रतिशत बढ़कर 19.3 लाख टन हो गया, जो 2023-24 की समान अवधि में 11.5 लाख टन था.
इस्पात आयात 2023-24 में 38 प्रतिशत बढ़कर 83.19 लाख टन हो गया है, जो भारत को इसका शुद्ध आयातक बनाता है.