Gudabanda. गुड़ाबांदा प्रखंड की भालकी पंचायत के कन्यालुका उत्क्रमित मध्य विद्यालय के शिक्षक और छात्र-छात्राएं पेयजल की परेशानी झेल रहे हैं. विद्यालय परिसर में लगायी गयी जलापूर्ति योजना का मोटर लगभग 3 माह से खराब है. मंगलवार को एसएमसी की बैठक के बाद विरोध में महिलाओं ने बाहर से पानी के घड़े लाकर विद्यालय के मेन गेट के पास रख कर प्रदर्शन किया और स्कूल में जलापूर्ति व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की. बताया गया कि माता समिति और एसएमसी की महिला सदस्य लगभग काफी दूर चापाकल से पानी लेकर आती हैं.
इसके बाद स्कूल का मध्याह्न भोजन बनता है और बच्चों को पीने का पानी मिलता है. प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार महतो ने बताया कि मोटर की मरम्मत के लिए कई बार प्रखंड कार्यालय में आवेदन दिया गया, लेकिन न तो प्रखंड द्वारा न ही पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा इसकी मरम्मत करायी गयी है. सांसद विद्युत वरण महतो की निधि से विद्यालय की चहारदीवारी, शौचालय और पेयजल आपूर्ति के लिए मोटर लगाया गया था, जो अब खराब है. शिक्षकों ने बताया कि जिस चापाकल से महिलाएं पानी लाती हैं, वह भी सही नहीं है. इससे बच्चे कभी भी बीमार पड़ सकते हैं. विद्यालय में कक्षा पहली से 8 वीं तक लगभग 100 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं. एक सरकारी शिक्षक और दो पारा शिक्षक कल्याण महाली और कमलेश्वर चौबे हैं.