जमशेदपुर. सिदगोड़ा में प्रीति देवी की बुधवार की शाम संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी. घरवाले प्रीति देवी को आनन-फानन में एमजीएम अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने प्रीति देवी के कमरा से एक सुसाइड नोट बरामद किया है. इसमें उसने अपनी मौत के लिए पति धर्मेंद्र यादव समेत ससुरालवालों को दोषी करार दिया है. मृतका के पिता राकेश रजक ने बताया कि उसकी पुत्री ने 2014 में धर्मेंद्र यादव से प्रेम विवाह किया था. उसके दो बच्चे भी हैं, लेकिन उसके ससुराल वाले अलग जाति होने के कारण उसे पसंद नहीं करते थे. अक्सर विवाद और मारपीट करते थे. पिता ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी की गला दबाकर हत्या कर आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया है.
प्रीति का मायका पक्ष बागुनहातु में है. सुसाइड नोट में प्रीति देवी ने लिखा है कि उसने धर्मेंद्र यादव से प्रेम विवाह किया था. इसके बाद से सास, ससुर, जेठ, जेठानी, देवर और ननद द्वारा अक्सर प्रताड़ित किया जाता था. सुसाइड नोट में प्रीति देवी ने लिखा है कि मेरे शव को ससुरालवालों को ना सौंपा जाये. वहीं दोनों बच्चों को उनकी इच्छा के अनुसार रहने दिया जाये. ससुरालवालों ने फांसी लगाने के लिए उसे (प्रीति) मजबूर किया. प्रीति ने सुसाइड नोट में पुलिस से ससुरालवालों को सजा दिलाने की मांग की है. प्रीति की मौत के बाद ससुरालवाले घर बंद कर फरार हो गये हैं. पुलिस पति धर्मेंद्र यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इस संबंध में राकेश रजक ने सिदगोड़ा थाना में मृतका के पति धर्मेंद्र, ससुर कामता यादव, सास प्रभावती देवी, जेठ रवींद्र यादव, देवर प्रमोद यादव, ननद रीता देवी और पूजा देवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस के अनुसार पति से पूछताछ की जा रही है. अन्य आरोपी फरार हैं.